अमेरिका: सांसदों ने फिर उठाया फादर स्टेन की मौत का मुद्दा, आतंकवाद विरोधी कानूनों की निंदा
अमेरिका में तीन सांसदों ने भारत के मानवाधिकार कार्यकर्ता फादर स्टेन की गिरफ्तारी, उन्हें कैद में रखने और उनकी मौत के मामले की स्वतंत्र जांच के लिए प्रतिनिधि सभा में एक आग्रह प्रस्ताव पेश किया है। स्टेन की पांच जुलाई 2021 को मुंबई में हिरासत के दौरान मौत हो गई थी।
सांसद जुअन वार्गस, सांसद जिम मैकगवर्न और आंद्रे कार्सन द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव में मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और विपक्षी दलों को निशाना बनाने के लिए आतंकवाद विरोधी कानूनों के कथित दुरुपयोग पर चिंता व्यक्त की गई है। प्रस्ताव में भारत के उच्चतम न्यायालय द्वारा हाल ही में दिए गए उस निर्णय की सराहना की गई है जिसमें औपनिवेशिक काल के एक विवादास्पद राजद्रोह कानून पर रोक लगाई थी। प्रस्ताव में भारत की संसद से इस रोक को स्थायी करने का आग्रह किया गया है।
वार्गस ने कहा, ‘‘फादर स्टेन ने अपना जीवन कमजोर वर्ग के लोगों की आवाज उठाने के लिए समर्पित कर दिया था। वे आदिवासी लोगों के अधिकारों के लिए आवाज उठाते, युवाओं को प्रेरित करते थे और भारत में कई समुदायों के न्याय के लिए काम करते थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस बात को सोचकर सहम जाता हूं कि फादर स्टेन को किस तरह लगातार दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा और हिरासत में रहने के दौरान उन्हें चिकित्सा देखभाल से वंचित रखा गया। मैंने यह प्रस्ताव इसलिए पेश किया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि फादर स्टेन और उनकी आजीवन प्रतिबद्धता को कभी भुलाया न जाए।’’
स्वामी का पांच जुलाई 2021 को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया था। उन्हें एक दिन पहले दिल का दौरा पड़ा था तथा उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था।