10 बिंदुओं में जानिए राज्यसभा चुनाव का हाई-वोल्टेज ड्रामा
राज्यसभा चुनाव में सबकी नजर गुजरात की सियासी घटनाक्रम पर टिकी हुई थी। भाजपा के द्वारा एड़ी-चोटी एक करने के बाद भी कांग्रेस नेता अहमद पटेल पांचवी बार राज्यसभा पहुंचने में कामयाब हो गए। वहीं अमित शाह पहली बार राज्यसभा पहुंचेंगे। स्मृति ईरानी ने भी अपनी जगह बरकरार रखी। लेकिन यह नतीजे इतनी आसानी से नहीं आए। इस दौरान राज्यसभा में हुई सियासी उठापटक काफी दिलचस्प रहा आइए मुख्य-मुख्य घटनाक्रम को जानते हैं।
-समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मंगलवार सुबह 9 बजे शुरू हुआ मतदान दोपहर 2 बजे तक चला।
-उसके बाद यह घमासान अहमदाबाद से दिल्ली पहुंचा और देर रात 1:30 बजे मतों की गिनती शुरू हुई और अहमद पटेल आधे वोट जीत हासिल किए।
-कांग्रेस ने चुनाव आयोग से शिकायत की कि उनकी पार्टी के दो विधायकों ने नियमों का उल्लंघन करते हुए वोटिंग की, इसलिए उन दोनों के वोट रद्द होने चाहिए।
-कांग्रेस के दो नेताओं ने दिल्ली में चुनाव आयोग से शिकायत की तो भाजपा की ओर से 6 केंद्रीय मंत्रियों ने आयोग पहुंचकर कांग्रेस की मांग को रद्द करने की अपील की।
-चुनाव आयोग ने कांग्रेस की दलील को सही मानते हुए दोनों विधायकों के वोट रद्द कर दिए।
-कांग्रेस विधायकों के दो वोट रद्द होने के बाद 174 वोटों की गिनती हुई। जिसमें अहमद पटेल को जीत के लिए 43.51 वोट की जरूरत थी।
-अहमद पटेल को महज आधा वोट ज्यादा मिला यानी उन्हें 44 वोट मिले और वो जीत गए।
-वहीं अमित शाह और स्मृति ईरानी को 46-46 वोट मिले, और उन दोनों को भी जीत मिली।
-परिणाम आने के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने कहा कि कांग्रेस के पास समर्थकों के साथ मिलकर कुल 61 वोट थे, मगर उन्हें सिर्फ 44 वोट ही मिले। सीएम रुपानी ने चुनाव आयोग के निर्णय पर नाराजगी जताते हुए इसके खिलाफ कानून लड़ाई लड़ने की बात कही।
- इस राज्यसभा चुनाव में भाजपा नेता अमित शाह और स्मृति ईरानी की जीत पहले ही तय मानी जा रही थी। लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल को लेकर संशय बरकरार रहा उनका मुकाबला भाजपा नेता बलवंत राजपूत के बीच था।