हरियाणा में आरके आनंद और सुभाष चंद्रा भिड़े
राज्य में विधायकों की संख्या के आधार पर भाजपा को एक सीट मिलना तय है इसलिए पार्टी ने केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह को उम्मीदवार बनाया। बाकी कांग्रेस और इनेलो के पास पर्याप्त संख्या में विधायक नहीं होने के कारण इन्होने उम्मीदवार नहीं उतारे। इनेलो ने जहां आरके आनंद का समर्थन किया वहीं भाजपा ने सुभाष चंद्रा का समर्थन किया। कांग्रेस ने अभी किसी का समर्थन नहीं किया है लेकिन माना जा रहा है कि आरके आनंद को ही समर्थन देगी। ऐसे में सुभाष चंद्रा के पास केवल भाजपा के 16 विधायकों का समर्थन हासिल है।
सुभाष चंद्रा को जीत के लिए 15 और विधायकों की जरूरत है। यह तभी संभव है जब इनेलो के विधायक समर्थन दे। चंद्रा को भाजपा का समर्थन मिलने के कारण कांग्रेस किसी भी सूरत में समर्थन नहीं देगी। ऐसे में माना जा रहा है कि मुकाबला दिलचस्प होगा। हालांकि चंद्रा अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। चंद्रा का कहना है कि उन्हें पार्टी नहीं विधायकों का समर्थन मिल रहा है। ऐसे में जीत निश्चित है।