26 December 2017
गुजरात में क्यों नीतीश कुमार?
2014 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा द्वारा नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद नीतीश कुमार एनडीए से अलग हुए थे। लेकिन, एनडीए में रहते हुए जब वे भाजपा के साथ बिहार में सरकार चला रहे थे तब भी गुजरात में नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण से दूर रहते थे। नीतीश ने उस दौर में मोदी को बिहार में चुनाव प्रचार भी नहीं करने दिया था। कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार करीब 15 साल बाद गुजरात पहुंचे हैं।
जानकारों के मुताबिक गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजों से भाजपा को इस बात का एहसास हो गया है कि पटेल समुदय का एक तबका उससे नाराज चल रहा है। नीतीश भले कोई बड़ा असर नहीं डाल सकते लेकिन नाराज पटेलों को शांत करने में उनकी भूमिका को नजरंदाज नहीं किया जा सकता।