मिथुन चक्रवर्ती के सामने अब बच्चन, क्या दीदी का दांव करेगा कमाल
पश्चिम बंगाल चुनाव के दो चरण खत्म हो चुके हैं जबकि तीसरा चरण कल यानी छह अप्रैल मंगलवार को होगा। इसमें बॉलीवुड अभिनेता और हाल ही भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन करने वाले मिथुन चक्रवर्ती लगातार सुर्खियों में रहे हैं। कई जगहों पर राजनीति में वो खुद अनाड़ी दिखे हैं लेकिन, धीरे-धीरे अब वो इस पिच पर बल्लेबाजी करना सीख गए हैं। ममता के खिलाफ अब वो खुलकर बोलने लगे हैं। वहीं, सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) भाजपा के बीच कांटे की टक्कर है। मिथुन स्टार प्रचारक के तौर पर भाजपा के लिए समर्थन जुटाने में लगे हुए हैं। इसको लेकर ममता ने बड़ा दांव खेला है।
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टीवी-9 की रिपोर्ट के मुताबिक झारखंड के सीएम और झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने पहले ही ममता बनर्जी के लिए टीएमसी उम्मीदवारों के समर्थन में सभा की थी। अब समाजवादी पार्टी की राज्यसभा की एमपी जया बच्चन टीएमसी उम्मीदवारों के समर्थन में रैली को संबोधित करेंगी। ममता ने विपक्ष कार्ड खेला है। बीते दिनों ममता बनर्जी ने सभी विपक्षी दलों को एक पत्र लिखा था। जिसमें उन्होंने कहा था कि लोकतंत्र को बचाने का समय आ गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक ममता बनर्जी के मंत्री सुब्रत बनर्जी ने रविवार को बताया है कि जया बच्चन रविवार की रात को कोलकाता पहुंच रही हैं। वो 5 अप्रैल से लेकर 8 अप्रैल तक बंगाल में रहेंगी। कोलकाता में वो टॉलीगंज से टीएमसी के उम्मीदवार अरुप विश्वास के समर्थन में रोड शो करेंगी। टीएमसी के अरुप विश्वास के खिलाफ बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को मैदान में उतारा है।
जिन दलों को ममता बनर्जी ने पत्र लिखकर अपील की थी, उनमें कांग्रेस कीं सोनिया गांधी, आरजेडी के तेजस्वी यादव, शिवसेना के उद्धव ठाकरे, आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल, एनसीपी के शरद पवार, डीएमके के एमके स्टालिन, वाईएसआर कांग्रेस के जगन मोहन रेड्डी और बीजेडी के नवीन पटनायक आदी शामिल हैं। ममता ने पत्र के जरिए विपक्ष से अपील करते हुए केंद्र और भाजपा पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था, ये चिट्ठी उन सभी पार्टियों को लिख रही हूं, जो बीजेपी के विरोध में हैं। बीजेपी शासित केंद्र सरकार लोकतंत्र खत्म करने की कोशिश कर रही है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण दिल्ली सरकार के खिलाफ पास एनसीटी बिल है। हमें एकजुट होना चाहिए। ये वक्त आ गया है।