चार राज्यों से भाजपा के लिए नहीं आ रही अच्छी खबर, क्या अमित शाह, नड्डा की रणनीति हो रही फेल
पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में हर राज्य में सभी राजनीतिक पार्टियां सत्ता में पहुंचने की आजमाइश करने में लगी हुई है। लेकिन, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए अच्छी खबर नहीं आ रही है। एक तरफ पश्चिम बंगाल में कांटे की टक्कर दिखाई दे रही है। वहां, भाजपा और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के बीच नजदीकी लड़ाई देखने को मिल रहा है। इस वक्त पांच राज्य, असम, पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु और केंद्र शासित प्रदेश पुड्डुचेरी में चुनाव होने हैं। इसको लेकर ओपिनियन पोल्स भी आ गए हैं। इसमें भाजपा को काफी कांटे की टक्कर के साथ दिखाया गया है।
केरल में किसकी सरकार बनेगी। इस पर भी भाजपा के लिए संकट दिखाई दे रहा है। ‘सी-वोटर’ के ओपिनियन पोल के मुताबिक एलडीएफ को 77 से 85 सीटें मिल सकती हैं। जबकि, यूडीएफ को 54 से 62 सीटें मिल सकती हैं। बीजेपी को शून्य से 2 सीटें मिलने का अनुमान है। अन्य को शून्य से एक सीटें मिल सकती है।
‘सी वोटर’ सर्वे के मुताबिक तमिलनाडु में यूपीए की सरकार बनने का अनुमान है। यानी भाजपा के लिए संकट यहां भी है। 234 सीट वाली तमिलनाडु विधानसभा में यूपीए को 161 से 169 सीटें मिलने का अनुमान बताया गया है। जबकि, एनडीए को सत्ता से दूर दिखाते हुए केवल 53 से 61 सीटें मिलने का अनुमान है। एएमएमके को एक से 5 सीटें मिल सकती हैं जबकि अन्य के खाते में 3 से 7 सीटें जा सकती हैं। कमल हासन की पार्टी एमएनएम को 2 से 6 सीटें मिल सकती हैं।
असम में इस वक्त भाजपा की अगुवाई वाले सर्वानंद सोनोवाल की सरकार है। लेकिन, यहां फिर से भाजपा की वापसी मुश्किल में दिख रही है। लेकिन, सरकार बनने की संभावना है। “एबीपी न्यूज़-सी-वोटर” के सर्वे के मुताबिक असम में बीजेपी यानी एनडीए की सरकार दोबारा बन सकती है। लेकिन ओपिनियन पोल के मुताबिक नजदीकी लड़ाई दिखाई गई है। 126 सीटों वाली असम विधानसभा में एनडीए को 64 से 72 सीटें मिलने का अनुमान है जबकि यूपीए को 52 से 60 सीटें मिल सकती हैं।
पश्चिम बंगाल में इस महीने के आखिर में वोटिंग प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। 27 मार्च से राज्य में आठ चरणों में विधानसभा होने हैं। ‘एबीपी न्यूज-सी वोटर’ की तरफ से किए गए अब तक के सर्वे में बीजेपी को नंबर दो की पार्टी बताया गया है जबकि टीएमसी को नंबर-वन पार्टी दिखाया गया है। यानी बंगाल में फिर से टीएमसी की सरकार बनती हुई दिखाई दे रही है। यानी नदजीकी लड़ाई यहां भी है। जनवरी में ‘एबीपी-सी वोटर’ की तरफ से किए गए ओपिनियन पोल के मुताबिक सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को 154 से 162 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं, बीजेपी को 98 से 106 सीटों जबकि कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन को 26 से 34 सीटों पर जीत की उम्मीद की गई। लेकिन, 8 मार्च के ओपिनियन पोल में सीटों में थोड़ाअंतर कम होता दिख रहा है । इस बार के ओपिनियन पोल में बीजेपी और टीएमसी को सीटों में बढ़त मिलती हुई दिखाई गई है। टीएमसी के खाते में ओपिनियन पोल में 150 से 166 सीटें जीतने का अनुमान लगाया गया। जबकि बीजेपी को अब 98 से 114 सीटें मिलने का अनुमान है। मई 23 मार्च के ओपिनियन पोल में यह अंतर और घट गया है। दोनों पार्टियों करीब-करीब बराबर सीटें पार्टी दिख रही हैं। टीएमसी को जहां 136 से 146 सीटें वहीं भाजपा को 130 से 140 सीटें मिलने का अनुमान है
सभी होने वाले चुनाव में लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह तक रैलियां कर रहे हैं। यदि इन चुनावों में बीजेपी को हार मिलती है तो एक तरफ विपक्ष को बड़ा फायदा होगा वहीं, बीजेपी और शाह को अपने चुनावी रणनीति पर फिर से सोचना होगा। दरअसल, होने वाले चुनाव के बीच करीब चार महीने से जारी किसान आंदोलन को लेकर भी बीजेपी को नुकसान होने की संभावना है। क्योंकि, हाल में हुए हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के नगर निकाय चुनाव में भाजपा को बुरी हार मिली है।