कौन हैं गुजरात के महेश सवानी, जो कर्मचारियों को गिफ़्ट करते हैं कार-घर; अब AAP में शामिल होकर केजरीवाल को देंगे बड़ा फ़ायदा
आम आदमी पार्टी (आप), दिल्ली से अपने राजनीतिक यात्रा की शुरूआत करने वाली अब ये पार्टी धीरे-धीरे अन्य राज्यों में भी अपनी जमीन बनाने में जुटी हुई है। इस वक्त 70 में से 63 सीट के साथ दिल्ली में मुख्यमंत्री केजरीवाल की सरकार है। अब केजरीवाल का दायरा पंजाब से लेकर गुजरात तक बढ़ चला है। केजरीवाल ने बीते दिनों ऐलान किया था कि उनकी पार्टी राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। अब इसको लेकर केजरीवाल पार्टी को मजबूत करने के लिए रणनीति बनानी शुरू कर दी है। रविवार को गुजरात के मशहूर हीरा कारोबारी महेश सवानी ने केजरीवाल का दामन थाम लिया है। इस मौके पर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया भी मौजूद रहे, जिन्होंने सवानी को पार्टी में स्वागत किया। ट्वीट करते हुए सिसोदिया ने लिखा, "गुजरात के सफल उद्योगपति और प्रसिद्ध समाजसेवी महेश सवानी आज आम आदमी पार्टी में शामिल हुए। महेश भाई का आप परिवार में स्वागत है। गुजरात की राजनीति अब एक नया मोड़ ले रही है।"
कौन हैं महेश सवानी
बोनस के तौर पर सूरत के हीराकारोबारी महेश सवानी अपने कर्मचारियों को फ्लैट और कार तक गिफ्ट करते हैं। वो अब तक सैंकड़ों लड़कियों की शादियां करा चुके हैं। निश्चित तौर पर सवानी के आम आदमी पार्टी में शामिल होने से केजरीवाल का मजबूत दायरा गुजरात में बढ़ेगा। सवानी अपने आप में एक हस्ती के तौर पर जाने जाते हैं।
सैंकड़ों लड़कियों की करा चुके हैं शादी
साल 2017 में महेश सवानी ने 251 लड़कियों की शादी कराई थी। एनडीटीवी के मुताबिक उनका कहना था कि वो ऐसी महिलाओं की शादी कराते हैं, जिनके पिता नहीं है या फिर जो शादी का खर्चा नहीं उठा पाते हैं। उनका कहना था, “मैं इन बच्चियों का पिता बनने की जिम्मेदारी उठा रहा हूं।” वो 2012 से हर साल कन्यादान करते आ रहे हैं।
अब बढ़ाएंगे आप का दायरा!
महेश सवानी के आम आदमी पार्टी में शामिल होने से पार्टी को बड़ा फायदा पहुंच सकता है। जैसा की सिसोदिया ने भी इनके शामिल होने के बाद कहा है कि अब राजनीति नया मोड़ ले रही है। सूरत सरीखे पूरे राज्य में सवानी की अच्छी पकड़ है। हीरा कारोबार और अपने दिलेरी के लिए वो खास तौर से जाने जाते हैं। अब ये वक्त बताएगा कि वो पार्टी के लिए कितना फायदेमंद "हीरा" साबित होते हैं। और क्या इससे भाजपा को नुकसान होगा?