ममता के खिलाफ भाजपा-कांग्रेस के एक हुए सुर, कहा- षड्यंत्र का बहाना बना रहीं दीदी
पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में ममता बनर्जी पर हुए कथित हमले के बाद ममता बनर्जी को कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बनर्जी ने आरोप लगाया है कि उन पर हमला किया गया। हालांकि विपक्षी पार्टी भाजपा और कांग्रेस ममता बनर्जी के दावे पर सवाल उठा रही हैं साथ ही मामले की जांच और सच्चाई सामने लाने की मांग कर रही हैं। दोनों पार्टियों का कहना है की कहीं मुख्यमंत्री ऐसा बहाना बनाकर चुनाव जीतने की कोशिश तो नहीं कर रहीं हैं।
बंगाल कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि अगर षड्यंत्र है तो सीबीआई ,सीआईडी को बुलाओ? उन्होंने कहा, "सिर्फ षड्यंत्र का बहाना बनाकर ममता बनर्जी आम लोगों का ध्यान खींचना चाहती हैं, सीसीटीवी फुटेज निकालो ना इससे सारा सच सामने आ जाएगा।लेकिन वो ये नहीं करेंगी क्योंकि चुनाव नजदीक है।ऐसा बहाना बनाकर वो चुनाव जीतने की कोशिश कर रहीं।"
वहीं भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने गुरुवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कथित हमले की सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि यह देखना होगा कि क्या घटना वोट हासिल करने के लिए "अच्छी तरह से लिखी गई नाटक" तो नहीं थी। पत्रकारों से बात करते हुए घोष ने कहा कि राज्य के लोगों ने इस तरह के "नाटक" को पहले भी देखा है।
उन्होंने कहा, "यह जांचने की जरूरत है कि वास्तव में क्या हुआ। कैसे जेड-प्लस सुरक्षा प्राप्त पर हमला हुआ है, यह एक ऐसा मामला है जिस पर गौर करना चाहिए। राज्य को सच्चाई सामने लाने के लिए सीबीआई जांच का आदेश देना चाहिए।"
भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि चुनाव आयोग को उम्मीदवार के पीछे चल रहे वीडियो में जो आया है उसे सार्वजनिक करना चाहिए। आश्चर्य है कि ममता बनर्जी के साथ इतनी पुलिस चलती है और 4 लोग घटना करके चले गए। यह बहुत दुख की बात है। मैं उनकी लंबी आयु और जल्दी स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
गौरतलब है कि बनर्जी ने आरोप लगाया कि उन्हें कुछ लोगों ने धक्का दिया जिसकी वजह से वह घायल हुई हैं। उन्होंने दावा किया कि चार लोगों ने उनके साथ धक्का मुक्की की और जब वह मंदिर में पूजा करने के बाद लौट रही थीं तो उन पर हमला किया गया। उन्होंने सीने में दर्द होने की शिकायत भी की। बनर्जी ने कहा, “ मैं अपनी कार के बाहर खड़ी हुई थी जिसका दरवाजा खुला हुआ था। मैं प्रार्थना करने के लिए एक मंदिर जा रही थी। कुछ लोग मेरी कार के पास आए और उन्होंने दरवाजे को धकेला। कार का दरवाजा मेरे पैर पर लगा।”