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31 January 2025

कुंभ में हुई भगदड़ में मरने वालों की सही संख्या नहीं बता रही आदित्यनाथ सरकार, नैतिक हार का कर रही है सामना: अखिलेश

file photo

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने शुक्रवार को प्रयागराज में दो दिन पहले महाकुंभ में हुई भगदड़ के लिए उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया और उस पर अपनी विफलताओं को छिपाने का आरोप लगाया।

महाकुंभ में हुई भगदड़ में हुई मौतों के बारे में सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नैतिक हार का सामना कर रहे हैं और चुनावों में राजनीतिक रूप से भी हारेंगे।

बुधवार को प्रयागराज में धार्मिक समागम में रात 1 से 2 बजे के बीच त्रासदी हुई, जब भारी भीड़ ने बाधाओं को तोड़ दिया और उन श्रद्धालुओं को कुचल दिया जो हिंदू कैलेंडर के सबसे शुभ दिनों में से एक मौनी अमावस्या के अवसर पर पवित्र स्नान करने के लिए घाटों पर रात भर इंतजार कर रहे थे। घटना के करीब 18 घंटे बाद, मेला प्रशासन ने एक संक्षिप्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुष्टि की कि भगदड़ में 30 लोग मारे गए और 60 घायल हुए। न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं।

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समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने एक बयान में कहा, "प्रयागराज में महाकुंभ मेले में भगदड़ सरकार की गलती की वजह से हुई। भाजपा सरकार अपनी नाकामी छिपा रही है। भगदड़ में मरने वालों की सही संख्या नहीं बता रही...ताकि उसे मुआवजा न देना पड़े। यह सरकार की संवेदनहीनता है।"

उन्होंने आरोप लगाया, "अब तो साधु-संत और धर्मगुरु भी महाकुंभ में अव्यवस्था और सरकार के झूठ के बारे में खुलकर बोलने लगे हैं। साधु-संत भी मुख्यमंत्री के झूठ से दुखी हैं। सरकार झूठ बोल रही है। परिजन अपनों के लिए परेशान हैं।" यादव ने दावा किया कि भाजपा और मुख्यमंत्री आम लोगों का भरोसा खो चुके हैं।

सपा प्रमुख ने कहा, "यह उनकी नैतिक हार है। जब साधु-संत भी कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री झूठे हैं, तो इससे बड़ी हार उनकी और क्या हो सकती है?" सपा प्रमुख ने आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा, "मुख्यमंत्री नैतिक रूप से तो जा ही चुके हैं, अब राजनीतिक रूप से भी जाएंगे। महाकुंभ की घटना सरकार की पूरी विफलता है। भगदड़ उस स्थान पर हुई जहां आम लोग स्नान के लिए जाते हैं। सरकार को सबसे पहले सभी लापता लोगों और मृतकों की पूरी जानकारी सार्वजनिक करनी चाहिए।"

"एक सूची जारी की जानी चाहिए ताकि चिंतित और शोकाकुल परिजनों को सही जानकारी मिल सके। इसके साथ ही सरकार को सभी शवों को सम्मानजनक तरीके से उनके घर भेजने की व्यवस्था करनी चाहिए।" "सरकार ने महाकुंभ के लिए निमंत्रण बांटे थे। कहा गया था कि 40 से 45 करोड़ लोगों को स्नान की अनुमति दी जाएगी। दावा किया गया था कि विश्व स्तरीय व्यवस्था की जाएगी। जब निमंत्रण दिए गए थे तब क्या व्यवस्थाएं थीं?" यादव ने कहा कि अभी भी लाखों लोग और वाहन सड़कों पर फंसे हुए हैं।

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OUTLOOK 31 January, 2025
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