अखिलेश ने कहा कि पिता के मार्गदर्शन में लड़ेंगे चुनाव
चुनाव आयोग के समक्ष साइकिल की लड़ाई में मिली जीत के बाद अखिलेश ने बधाई देने वाले मंत्रियों, विधायकों और समर्थकों के बीच संवाददाताओं से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि उन्हें सपा का आधिकारिक चुनाव निशान साइकिल मिलने का पूरा भरोसा था। उन्होंने कहा कि अब उनके सामने विधानसभा चुनाव जीतने की चुनौती है। गौरतलब है कि चुनाव चिन्ह मिलने के बाद कल रात अखिलेश ने पिता मुलायम से मुलाकात की। करीब आधे घंटे की मुलाकात में पिता-पुत्र के अलावा कोई नहीं था। यहां तक की शिवपाल सिंह यादव भी मुलायम के आवास पहुंचे लेकिन बिना कोई बात किए ही चले गए।
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के मार्गदर्शन में ही विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। कांग्रेस के साथ गठबंधन के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि इसका निर्णय भी एक दो दिन में हो जाएगा। अखिलेश कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ मंच साझा करेंगे या नहीं इस पर भी फैसला बाद में ही होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे तो सपा अपने दम पर सरकार बनाने लायक बहुमत हासिल कर लेगी, लेकिन अगर कांग्रेस का साथ मिला तो वह 403 में से 300 से ज्यादा सीटें जीत लेगी।
अखिलेश ने कहा कि चुनाव में अब बहुत कम समय रह गया है। पार्टी में गतिरोध की वजह से पहले ही 19 रैलियां रद्द हो चुकी हैं। वह प्रत्याशियों की सूची को आज अंतिम रूप देंगे और उसके बाद नामों का एेलान कर दिया जाएगा। सपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश में फिर से समाजवादियों की सरकार बनाना उनका लक्ष्य है।