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04 November 2024

यूपी में विधानसभा उपचुनावों की तारीखों में फेरबदल पर बोले अखिलेश यादव, 'भाजपा की पुरानी चाल'

file photo

चुनाव आयोग द्वारा सोमवार को उत्तर प्रदेश की सभी नौ सीटों पर विधानसभा उपचुनावों की तारीख 13 नवंबर से बढ़ाकर 20 नवंबर करने पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि चुनाव हारने से बचने के लिए यह भाजपा की पुरानी चाल है। आप ने कहा कि इस कदम से चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर सवालिया निशान लग गया है।

एक्स पर हिंदी में लिखे एक पोस्ट में सपा प्रमुख ने कहा, "पहले मिल्कीपुर उपचुनाव टाला गया, अब बाकी सीटों पर उपचुनाव की तारीखें बदल दी गई हैं। भाजपा इतनी कमजोर कभी नहीं थी।" यादव ने आगे कहा कि अगर वे (भाजपा) इसे टालते हैं, तो वे और भी बुरी तरह हारेंगे।

उन्होंने कहा, "सच तो यह है कि यूपी में 'महा बेरोजगारी' के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में काम के लिए जाने वाले लोग दिवाली और छठ की छुट्टियों में यूपी आए हैं। वे भाजपा को हराने के लिए उपचुनाव में वोट देने जा रहे थे। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "जैसे ही भाजपा को यह बात समझ में आई, उसने उपचुनाव स्थगित कर दिए, ताकि लोगों की छुट्टियां खत्म हो जाएं और वे वोट डाले बिना वापस लौट जाएं।"

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उन्होंने कहा कि यह भाजपा की पुरानी चाल है। चुनाव आयोग ने त्योहारों के मद्देनजर उत्तर प्रदेश और पंजाब में क्रमश: सभी नौ और चार सीटों तथा केरल में एक सीट पर विधानसभा उपचुनाव 13 नवंबर से 20 नवंबर तक पुनर्निर्धारित किया है। कांग्रेस, भाजपा, बसपा और रालोद समेत कई दलों ने चुनाव आयोग से विभिन्न त्योहारों के मद्देनजर चुनाव पुनर्निर्धारित करने का आग्रह किया था और कहा था कि इससे मतदान प्रभावित हो सकता है। भाजपा, बसपा और रालोद ने कहा था कि उत्तर प्रदेश में लोग कार्तिक पूर्णिमा से तीन-चार दिन पहले यात्रा करते हैं, जो 15 नवंबर को मनाई जाएगी।

सपा प्रमुख के आरोपों के बारे में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा, "उपचुनाव की तिथि बदलने की मांग इसलिए की गई क्योंकि तिथि हिंदू त्योहार के साथ मेल खाती थी। लेकिन समाजवादी पार्टी को हर चीज में राजनीति करनी है। इस मामले में तो और भी ज्यादा, क्योंकि उन्हें बहुसंख्यकों की भावनाओं की चिंता नहीं है, बल्कि अपने वोट बैंक की चिंता है।"

यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि उनकी पार्टी राज्य में उपचुनाव नहीं लड़ रही है। "चूंकि हम उपचुनाव नहीं लड़ रहे हैं, इसलिए हमें उपचुनाव की तिथि बदलने के लिए चुनाव आयोग से कोई अनुरोध करने की जरूरत नहीं थी। राय से जब पूछा गया कि चुनाव आयोग ने कहा है कि भाजपा, कांग्रेस, बसपा और रालोद समेत कई राजनीतिक दलों और कुछ सामाजिक संगठनों के अनुरोध पर उपचुनाव की तारीख बदली गई है, तो उन्होंने पीटीआई से कहा, "मैं यूपी कांग्रेस का अध्यक्ष हूं और केवल यूपी के बारे में ही बात कर सकता हूं।"

आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए यूपी उपचुनाव की तारीखें जानबूझकर टाली गईं और कहा कि इस कदम से चुनाव आयोग सवालों के घेरे में आ गया है। "तारीखों की घोषणा तब की जाएगी जब मोदी जी और योगी जी के लिए उद्घाटन कार्यक्रम समाप्त होने के बाद यह सुविधाजनक होगा। अगर यह उनके अनुकूल नहीं होगा, तो अयोध्या (मिल्कीपुर सीट) पर चुनाव नहीं होगा।

सिंह ने संवाददाताओं से कहा, "जब उनके लिए सुविधाजनक होगा, उत्तर प्रदेश के लिए उपचुनाव की तारीखें आगे बढ़ा दी जाएंगी।" सिंह ने कहा कि चुनाव आयोग की विश्वसनीयता सवालों के घेरे में है, साथ ही राज्य में चुनाव की तारीखों को स्थगित करने के पीछे का तर्क भी सवालों के घेरे में है। उत्तर प्रदेश में जिन नौ विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं उनमें कटेहरी (अंबेडकर नगर), करहल (मैनपुरी), मीरापुर (मुजफ्फरनगर), गाजियाबाद, मझवां (मिर्जापुर), शीशमऊ (कानपुर शहर), खैर (अलीगढ़), फूलपुर (प्रयागराज) और कुंदरकी (मुरादाबाद) शामिल हैं। इनमें से आठ सीटें उनके विधायकों के लोकसभा सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई थीं, जबकि सपा विधायक इरफान सोलंकी को आपराधिक मामले में दोषी ठहराए जाने के कारण शीसामऊ सीट पर उपचुनाव हो रहा है।

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OUTLOOK 04 November, 2024
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