रालोद को गठबंधन में शामिल करने को लेकर कांग्रेस, सपा में सहमति नहीं
राज्य की कुल 403 विधानसभा सीटों में से करीब 300 पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी सपा ने रालोद के साथ गठबंधन की संभावना को यह कहकर नकार दिया है कि वह केवल कांग्रेस के साथ गठबंधन करेगी। सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नन्दा ने भाषा को बताया कि उनकी पार्टी अजित सिंह की अगुवाई वाले रालोद के साथ कोई गठबंधन नहीं करेगी। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने काफी विचार-मंथन के बाद यह फैसला किया है। गठबंधन तथा सीटों के बारे में फैसला मुख्यमंत्री एवं सपा प्रमुख अखिलेश यादव एवं पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के बीच छह घंटे तक चली बैठक में किया गया।
सूत्रों के अनुसार खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जनाधार रखने वाला रालोद गठबंधन के तहत ज्यादा सीटें मांग रहा था, मगर सपा इसके लिये तैयार नहीं थी। रालोद के वरिष्ठ नेता अनिल दुबे ने कहा हम अपनी पसंद की सीटें मांग रहे हैं, लेकिन उस पर बात बन नहीं रही है। कांग्रेस ने रालोद प्रमुख्य अजीत सिंह के पुत्र जयंत चौधरी को कथित रूप से 20 सीटों की पेशकश की थी। जयंत कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से सम्पर्क बनाए हुए हैं।
जानकार सूत्रों के अनुसार अजीत ने कहा कि वह 30 से कम सीटों पर राजी नहीं होंगे तथा वह अकेले ही चुनाव मैदान में उतरने पर विचार कर रहे हैं। उधर नंदा ने कहा कि सपा ने कांग्रेस के साथ तालमेल के लिये खुद बात की थी। कांग्रेस से कहा गया था कि वह रालोद से गठबंधन की बात करे। दिल्ली में कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, गठबंधन की रूपरेखा तैयार की जा रही है। लिहाजा जब तक चीजों को अंतिम रूप नहीं दिया जाता, कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। उनसे सवाल किया गया था कि क्या गठबंधन से रालोद को अलग रखा जाएगा।