एक और विवाद में घिरीं पंकजा मुंडे, आॅडियो क्लिप सामने आया
बातचीत में उन्होंने कथित तौर पर कहा कि वह ग्रामीण इलाकों में छोटे छोटे कामों के वित्तपोषण वाली एक योजना 25-15 के तहत रूपया देकर किसी को भी खरीद सकती हैं। पंकजा यह कहते सुनाई देती हैं, मैंंने अपने लोगों से कहा है कि हम 11 अक्तूबर तक लड़ाई नहीं लड़ना चाहते हैं। मैं आप (लोग) को खरीद सकती हूं लेकिन एेसा नहीं करना चाहती हूं। जो कुछ भी अतीत में मैंने आपको दिया है आपने मांगा और मैंने दिया। क्या आपको याद है कि मैंने 25-15 में से रूपये दिए? अब मैं आपको रूपया नहीं दूंगी। असत्यापित आडियो के अनुसार वह कह रही हैं, नामदेव शास्त्री जी के साथ क्या किया जाए इसके बारे में भविष्य में विचार किया जाएगा। हमें दशहरा समारोह करवाना है और इसलिए हम अपनी ओर से कुछ भी गलत नहीं करना चाहते।
पंकजा को कहते सुना गया है, हम सीधे भी नहीं हैं। हमारे लोग पारली में लोगों को पीट सकते हैं और उनके खिलाफ फर्जी मामले दायर करवा सकते हैं और यहां से जाने को विवश कर सकते हैं। आॅडियो क्लिप पर विधान परिषद में विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे ने कहा कि यह मंत्री के द्वारा सत्ता का घोर दुरूपयोग है और एेसे में उन्हें तत्काल पद से हटा दिया जाना चाहिए। मुंडे ने कहा, हम आॅडियो में सुनी उनकी बातों को लेकर बहुत गंभीर हैं। कानून बनाने के लिए जिम्मेदार लोग कानून को अपने हाथों में लेने की बात कर रहे हैं। उन्हें अब मंत्री के पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि लोगों के उत्थान के लिए बनी एक योजना से लोगों को खरीदने की बात करके वह सरकार के साथ धोखा कर रही हैं।
उन्होंने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि कम से कम अब मुख्यमंत्री उन्हें क्लीन चिट देने का ड्रामा नहीं करेंगें। हालांकि इस मुद्दे पर पंकजा की प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी लेकिन उनके निजी सचिव ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे को लेकर प्रतिक्रिया देने से इंकार किया है। इस साल की शुरूआत में सूखाग्रस्त लातूर की अपनी यात्रा के दौरान सेल्फी लेने पर वह निशाने पर आ गयी थी।