सर्जिकल स्ट्राइक के लिए किसी नेता या मंत्री की नहीं हो जय-जयकार- मायावती
मायावती ने जारी एक बयान में कहा कि वास्तव में लोगों की यह आशंका सही साबित होती जा रही है कि खासकर उत्तर प्रदेश विधानसभा आमचुनाव में अपनी पार्टी की खराब स्थिति के मद्देनज़र भाजपा व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार हिन्दू-मुस्लिम के बीच आपस में नफरत, तनाव व दंगा आदि फैलाकर वोटों का ध्रुवीकरण करने के साथ-साथ भारत-पाकिस्तान मामले पर उन्माद फैलाकर चुनाव को अपने पक्ष में प्रभावित करने का प्रयास ज़रूर करेगी। जैसा कि भाजपा ने 2014 के लोकसभा आमचुनाव के दौरान करके उसका चुनावी लाभ भी उठाया था। मायावती ने कहा कि भाजपा के इस प्रकार के चुनावी हथकण्डों के साथ-साथ आने वाले चुनाव में धर्म के इस्तेमाल की भी संभावना के प्रति लोगों को सतर्क व सावधान रहने की जरूरत है। उन्होने कहा कि चुनाव से पहले विभिन्न योजनाओं और परियोजनाओं का शिलान्यास आदि करके भी लोगों को वरग़लाने का प्रयास केन्द्र की भाजपा व प्रदेश की सपा सरकार द्वारा शुरू कर दिया गया है, जिनसे भी सावधानी जरूरी है।
मायावती ने कहा कि आतंकी शिविरों पर सेना की पराक्रमी कार्रवाई के सम्बन्ध में वैसे तो केन्द्र सरकार के मन्त्रियों व भाजपा के नेताओं को बयानबाजी नहीं करने की हिदायत दिये जाने की बात कही जा रही है, परन्तु इसका कोई प्रभाव पड़ता हुआ कहीं नजर नहीं आ रहा है। बल्कि इसके विपरीत इस मुद्दे पर हर प्रकार से बयानबाज़ी, पोस्टरबाज़ी व होर्डिंगबाज़ी आदि करके लोगों में उन्माद पैदा करने की कोशिश की जा रही है और यह सब बेरोक-टोक लगातार खासकर उत्तर प्रदेश में जारी है जबकि सीमा पर पाकिस्तानी सेना की तरफ से लगातार गोलाबारी के कारण हालात अभी भी लगातर नाजुक व चिन्ताजनक बने हुये हैं और साथ ही आतंकी भी अपनी कार्रवाई लगातार जारी रखे हुये हैं। ऐसी परिस्थिति में खासकर भाजपा व केन्द्र में उसकी सरकार की जिम्मेदारी और भी ज्यादा बढ़ जाती है। देश को उन्हें अपने इन ‘‘हथकण्डों व षड़यन्त्रों‘‘ से मायूस नहीं करना चाहिये।