भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश को मिली जमानत, अधिकारी पर चलाया था बैट
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और विधायक आकाश विजयवर्गीय को भोपाल की विशेष अदालत से जमानत मिल गई है। गत 26 जून को उन्होंने मध्य प्रदेश के इंदौर में नगर निगम अधिकारी को बैट से पीटा था। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इससे पहले गिरफ्तारी के बाद उनकी जमानत याचिका कोर्ट ने खारिज कर दी थी और उन्हें 7 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। इसके अलावा उन्हें राजबाड़ा में बिजली कटौती को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन के मामले में भी जमानत मिली है। दोनों मामलों में उन्हें क्रमश: 50,000 और 20,000 के मुचलके पर जमानत मिली।
इस बीच भाजपा कार्यकर्ताओं ने शहर भर में आकाश विजयवर्गीय के पोस्टर्स लगाए थे, जिनमें 'सैल्यूट आकाश जी' लिखा हुआ था। हालांकि इन पोस्टर्स को नगर निगम की तरफ से हटा लिया गया।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और विधायक आकाश विजयवर्गीय का मारपीट करते हुए एक वीडियो सामने आया, जिसमें वह निगम अधिकारी से साथ मारपीट करते हुए दिखाई दिए थे । विधायक ने पहले निगम अधिकारियों और कर्मचारियों को धमकी भरे लहजे में चेताया फिर क्रिकेट बैट से हमला कर दिया। यह वीडियो उस समय सामने आया जब इंदौर के निगम अधिकारियों की टीम जर्जर मकान को तोड़ने के लिए आई थी, लेकिन आकाश विजयवर्गीय उन पर ही बरस पड़े।
आकाश विजयवर्गीय ने दी चेतावनी
आकाश विजयवर्गीय ने पूरी घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा कि देखिए, यह सिर्फ शुरुआत है। हम इस भ्रष्टाचार और गुंडई को खत्म करके रहेंगे। 'आवेदन, निवेदन और फिर दना दन’, यह हमारा कदम होगा। आकाश ने कहा, आपको बता दूं कि अधिकारियों ने महिलाओं को उनके घरों से बाहर खींचा, इस दौरान उनके साथ महिला पुलिस को भी होना चाहिए था। जब मैं वहां पहुंचा, तब लोग अधिकारियों पर गुस्सा थे और वे उनका पीछा कर रहे थे।
कैलाश विजयवर्गीय न्यूज एंकर पर भड़के
वहीं, घटना के बाद पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय अपने बेटे का बचाव करते देखे गए। इस घटना को लेकर जब एक न्यूज एंकर ने कैलाश विजयवर्गीय से सवाल पूछा तो वह एंकर पर ही भड़क उठे। उन्होंने पत्रकार से कहा कि तुम्हारी औकात क्या है?
दरअसल, जब एंकर ने उनसे पूछा कि क्या एक विधायक को कानून अपने हाथ में लेना चाहिए, क्या ऐसा करना सही है। इतने में विजयवर्गीय ने अपना आपा खो दिया और कहा कि आपकी हैसियत क्या है और आपकी औकात क्या है? आप फैसला करेंगे किसी विधायक के बारे में। पहले अपनी औकात देखिए। इतना कहने के बाद उन्होंने फोन काट दिया।
क्यों हुआ विवाद
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बुधवार को निगम का अधिकारी गंजी कंपाउंड स्थित एक अति खतरनाक मकान को तोड़ने पहुंचा था। निगम की टीम को देखकर वहां के स्थानीय लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। इसी दौरान स्थानीय विधायक आकाश को सूचना देकर मौके पर बुला लिया। विधायक के आते ही कार्यकर्ताओं ने जेसीबी की चाबी निकाल ली। विजयवर्गीय ने निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि 10 मिनट में यहां से निकल जाना, वर्ना जो भी होगा उसके जिम्मेदार आप लोग होंगे।
इस वजह से खाली कराया जा रहा था घर
आकाश क्रिकेट बैट लेकर अधिकारियों पर हमला करने पहुंचे और उनके साथ बदसलूकी करने लगे। इतना ही नहीं समर्थकों ने भी निगम अधिकारियों के साथ मारपीट की। दरअसल, इस क्षेत्र में भारी बारिश की चेतावनी दी गई थी। ऐसे में जो भी जर्जर मकान हैं और काफी पुराने घर हैं उन्हें सरकार की तरफ से खाली कराया जा रहा है ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना ना हो।
विवादित बयानों को लेकर चर्चा में आ चुके हैं आकाश विजयवर्गीय
इससे पहले भी आकाश विजयवर्गीय अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रह चुके हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। तब उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी पहले तो पप्पू थे, लेकिन अब गधों के सरताज बन गए हैं। उस वक्त भी उनकी टिप्पणी पर काफी बवाल हुआ था।
इंदौर-3 विधानसभा सीट से विधायक हैं आकाश
आकाश विजयवर्गीय, इंदौर-3 विधानसभा सीट से विधायक हैं। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान उनके टिकट को लेकर भी काफी विवाद हुआ था। कैलाश विजयवर्गीय अब राष्ट्रीय राजनीति में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं और पश्चिम बंगाल के प्रभारी हैं। यही कारण रहा कि वह खुद विधानसभा चुनाव नहीं लड़े लेकिन उनकी जगह बेटे ने अपनी किस्मत आजमाई।