बीएमएस अध्यक्ष साजी नारायणन भी एयर इंडिया के विनिवेश के विरोध में
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) ने भी एयर इंडिया के विनिवेश का विरोध किया है। बीएमएस अध्यक्ष साजी नारायणन ने शुक्रवार को कहा कि एयर इंडिया राष्ट्रीय संपत्ति है और इसे निजी हाथों में नहीं बेचा जाना चाहिए। इससे एक दिन पूर्व संघ से जुड़े एक और संगठन स्वदेशी जागरण मंच ने भी एयर इंडिया के विनिवेश का विरोध किया था।
साजी नारायणन ने समाचार एजेंसी पीटीआइ से कहा कि एयर इंडिया हमारी राष्ट्रीय उड़ान सेवा है। यह सार्वजनिक उपक्रम है और इसे निजी हाथों में बेचा जाना गलत है। उन्होंने कहा कि बीएमएस ने अपना रुख सरकार को बता दिया है और वह पूरी तरह से एयर इंडिया के कर्मचारियों के साथ खड़ी है। साजी ने कहा कि इस मामले में हमारा समर्थन कर्मचारियों को है।
इससे पहले स्वदेशी जागरम मंच ने गुरुवार को कर्ज से लदी राष्ट्रीय विमान सेवा के विनिवेश का विरोध किया था। मंच ने कहा कि वह सरकार के कदम को वर्तमान स्वरूप में स्वीकार नहीं करेगा। स्वदेशी जागरण मंच के सह संयोजक अश्विनी महाजन ने कहा कि एयर इंडिया ने लाभ कमाया है पर कर्ज की वजह से वह घाटे में चल रही है। उन्होंने सरकार से मांग की कि वह एयर इंडिया का कर्ज चुकाने के लिए इसकी हिस्सेदारी बेचने की जगह इसकी जमीन को बेचकर धन जुटाए।
संघ के जुड़े इन दो संगठनों का बयान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने एयर इंडिया को विदेशी खरीदारों से बेचे जाने का विरोध किया था। एयर इंडिया में सरकार की 100 फीसदी हिस्सेदारी है। सरकार ने इसमें 76 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के लिए बोलियां आमंत्रित की हैं।