जनता से अब बोनस वोट मांग रहे पीएम मोदी का बहुमत का दावा हवा-हवाई : मायावती
मायावती ने चंदौली और भदोही में आयोजित जनसभाओं में कहा कि प्रधानमंत्री प्रदेश विधानसभा के शुरुआती पांच चरणों के सम्पन्न चुनाव में ही भाजपा को बहुमत मिलने का दावा करते हुए छठे और सातवें चरण में जनता से बोनस वोट मांग रहे हैं, लेकिन उनका यह दावा हवा-हवाई है।
उन्होंने कहा कि मतदाताओं ने बसपा को ही वोट देने का मन बना लिया है। प्रदेश के मतदाता इस बार शांति और सद्भाव की होली खेलेंगे।
मोदी ने महराजगंज में अपनी रैली में दावा किया था कि प्रदेश विधानसभा चुनाव के शुरुआती पांच चरणों में ही जनता ने भाजपा को बहुमत दे दिया है और बाकी बचे दो दौर के चुनाव में अवाम को उसे बोनस वोट दे देना चाहिये। उन्होंने कहा कि उन्हें कुछ खास सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि भाजपा संसद में और मजबूत होकर आरक्षण को या तो खत्म कर देगी या फिर उसे निष्प्रभावी बना देगी, जिसका खामियाजा दलितों तथा अन्य पिछड़े वर्गों को होगा। दरअसल, भाजपा की संस्कृति ही आरक्षण विरोधी है।
मायावती ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस पार्टी ने अति पिछड़ी जातियों को आरक्षण दिलाने के लिये मण्डल आयोग की सिफारिशें लागू करने पर 1989 में केन्द्र में बनी तत्कालीन विश्वनाथ प्रताप सिंह सरकार से समर्थन वापस लेकर उसे गिरा दिया था। उन्होंने कहा, इतना ही नहीं भाजपा ने मण्डल आयोग की सिफारिश लागू करने के खिलाफ पूरे देश में तोड़फोड़ और आगजनी की। आज उसी भाजपा ने अति पिछड़े वर्ग के वोट की खातिर एक पिछड़ी जाति के व्यक्ति :केशव प्रसाद मौर्य: को भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया। खुद मोदी अति पिछड़े वर्ग के बाद में बने, मगर वह मूलरूप से अगड़ी जाति के हैं। क्या ऐसी भाजपा में आपका हित सुरक्षित रहेगा?
मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी बसपा पर सपा से सांठगांठ का आरोप लगा रहे हैं। जबकि वह खुद अपने राजनीतिक स्वार्थ में यहां सपा से मिले हुए हैं। यही मुख्य कारण है कि प्रदेश की जनता सपा के गुंडाराज, माफियाराज से पीडि़त है लेकिन इस मामले में यहां केन्द्र की भाजपा सरकार वर्ष 2014 से ही मूकदर्शक बनी हुई है।
प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि सपा सरकार जिन कल्याणकारी योजनाओं को लेकर वाहवाही लूटना चाहती है, वे दरअसल बसपा की पिछली सरकार के कार्यकाल में शुरू की गयी थीं।
मायावती ने कहा कि भाजपा मुख्यमंत्री पद के चेहरे के बगैर चुनाव लड़ रही है। सपा के मुख्यमंत्री पद का चेहरा पहले से ही दागदार है और वह खराब कानून-व्यवस्था और बढ़ते अपराध से जूझ रहा है। विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद सपा वेंटिलेटर पर चली जाएगी। अगर कोई कसर रह जाएगी तो उसे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव पूरी कर देंगे।
उन्होंने कहा, जब भाजपा दिल्ली की कानून-व्यवस्था नहीं सुधार सकी तो उससे कई गुना बड़े उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था को कैसे सुधारेगी। मायावती ने प्रधानमंत्री मोदी को गुरू और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को उनका चेला करार देते हुए कहा कि सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव इन दोनों के दोस्त हैं। ऐसे में मुलायम के पुत्र अखिलेश यादव मोदी और शाह के भतीजे हुए। इस बार सपा के बबुआ :अखिलेश: के भी बुरे दिन आने वाले हैं। बबुआ को सपा की भाभी :मुख्यमंत्री की पत्नी डिम्पल यादव: भी नहीं बचा सकेगी।
उन्होंने कहा कि बसपा की सरकार बनने पर गुंडे माफिया जेल में होंगे, जेल में बंद बेकुसूर मुसलमानों को रिहा कराया जाएगा, व्यापारियों की समस्या से निपटारे के लिये आयोग बनाया जाएगा। भाषा