नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी द्वारा आरोपपत्र में तेलंगाना के मुख्यमंत्री का नाम शामिल किए जाने के बाद बीआरएस ने की उनके इस्तीफे की मांग
एनडीए के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों की रविवार को होने वाली एक दिवसीय बैठक में ऑपरेशन सिंदूर, जाति गणना और मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल की पहली वर्षगांठ पर चर्चा होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस बैठक में भाग लेंगे, जिसमें सुशासन के मुद्दे पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
भाजपा के सुशासन विभाग के प्रभारी विनय सहस्रबुद्धे ने एक बयान में कहा कि बैठक में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए सशस्त्र बलों और मोदी को बधाई देने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया जाएगा और अगली जनगणना में जाति गणना कराने के केंद्र सरकार के फैसले की सराहना की जाएगी।
बैठक में मोदी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा के अलावा भाजपा और उसके सहयोगी दलों द्वारा शासित राज्यों के करीब 20 मुख्यमंत्री और 18 उपमुख्यमंत्री शामिल होंगे।
ऑपरेशन सिंदूर पर प्रस्ताव जहां राष्ट्रीय सुरक्षा पर सत्तारूढ़ गठबंधन के कड़े रुख की पुष्टि करेगा, वहीं जाति गणना पर प्रस्ताव में मोदी सरकार को आजादी के बाद ऐसा करने वाली पहली सरकार होने का श्रेय दिया जाएगा और कांग्रेस तथा उसके सहयोगियों द्वारा पिछड़े वर्गों के साथ किए गए "विश्वासघात" के विपरीत सामाजिक न्याय के प्रति उसकी प्रतिबद्धता की सराहना की जाएगी।
सहस्रबुद्धे ने कहा, "इस सम्मेलन में विचार-विमर्श का एक महत्वपूर्ण हिस्सा विभिन्न एनडीए राज्य सरकारों द्वारा अपनाई गई सर्वोत्तम प्रथाओं पर केंद्रित होगा। संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्री अपनी पहलों पर प्रस्तुतियां देंगे।" नेता मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल की पहली वर्षगांठ, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के एक दशक और आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ जैसे आगामी कार्यक्रमों पर भी विचार-विमर्श करेंगे।