सम्मानजनक भागीदारी मिलने पर ही 2019 के लिए करेंगे गठबंधन: मायावती
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को कहा है कि उचित हिस्सेदारी मिलने पर ही वो गठबंधन करेंगी। राजधानी दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मायावती ने कहा कि वो गठबंधन का हिस्सा तभी बनेंगी, जब उनकी पार्टी को सम्मानजक भागीदारी दी जाएगी।
मायावती ने कहा कि हाल के दिनों में महागठबंधन को लेकर जिस तरह की चर्चाएं हो रही हैं, उन्हें स्पष्ट करने की जरूरत है। खास तौर पर जो कांग्रेस नेता नेता मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीएसपी के साथ गठबंधन को लेकर बयान दे रहे हैं, वो इसे बंद करें।
मायावती ने इस बात के भी संकेत दिए कि बीएसपी इस साल के अंत में होन वाले राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ चुनाव में अकेले दम पर, सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी कर रही है।
मॉब लिंचिंग पर मायावती ने मोदी सरकार को घेरा
इससे पहले देश के अलग-अलग हिस्सों में हो रही मॉब लिंचिंग के मामले पर बढ़ती हिंसा को देखकर मंगलवार को बीएसपी सुप्रीमो मायावती भी खुद को बोलने से रोक नहीं पाई। इस पर उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि पूरे देश में लिंचिंग की घटनाएं बढ़ रही हैं इसके लिए केंद्र सरकार को सख्त कदम उठाना चाहिए।
मायावती ने मोदी सरकार पर बोला हमला
इस दौरान मायावती ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि वह देश का माहौल बिगाड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जैसा वादा किया था केंद्र उस तरह का माहौल नहीं दे पाई है। उन्होंने आगे कहा 'कोर्ट को इस मामले में खुद ही संज्ञान लेना चाहिए।
एएनआई के मुताबिक, राजस्थान के अलवर में हुई मॉब लिंचिंग की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए बीएसपी प्रमुख मायावती ने कहा कि देश भर में मॉब लिंचिंग को बीजेपी का समर्थन है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेता इसे देशभक्ति समझते हैं।
मायावती ने कहा, 'मैं अलवर मॉब लिंचिंग की घटना की कड़ी निंदा करती हूं। मैं यह समझती हूं की बीजेपी सरकार इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं करेगी। ऐसे में अदालत से मेरी यह दरख्वास्त है कि वह इस मामले में हस्तक्षेप करें'।
उन्होंने कहा कि केंद्र में ऐसी सरकार नहीं होनी चाहिए जो मजबूत हो। उन्होंने कहा कि केंद्र में ऐसी सरकार होनी चाहिए जिस पर दबाव हो और जिम्मेदारी अधिक हो, ताकि वह जनता के लिए काम करे। मायावती ने कहा कि केंद्र में ऐसी सरकार नहीं होनी चाहिए जो मजबूत हो। उन्होंने कहा कि केंद्र में ऐसी सरकार होनी चाहिए जिस पर दबाव हो और जिम्मेदारी अधिक हो, ताकि वह जनता के लिए काम करे।
गौरतलब है कि हाल ही में मॉब लिंचिंग की दो घटनाएं सामने आई हैं। पहली हरियाणा की है, जहां रकबर खान नाम का शख्स अपने एक साथी असलम के साथ दो गायों को लेकर हरियाणा स्थित अपने गांव जा रहा था, तभी कुछ अज्ञात लोगों के एक समूह ने गो-तस्कर के संदेह में उनकी बुरी तरह से पिटाई कर दी। इसके बाद खान को रामगढ़ के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मध्य प्रदेश में बच्चा चोर समझकर बच्चे को पीटा
वहीं, ताजा मामला मध्य प्रदेश का है, जहां सिंगरौली में एक घर के बाहर बैठी अज्ञात महिला को बच्चा चोर समझ कर मार दिया गया। बच्चा चोरी जैसी अफवाहों से गरमाए बाजार के कारण एक महिला को गांव के लोगों ने तब तक पीटा जब तक की महिला की जान नहीं चली गई।
इस दौरान महिला ने चीख-चीखकर लोगों से मदद की गुहार भी लगाई लेकिन किसी ने भी उसकी बात किसी ने नहीं सुनी। इसके बाद ग्रामीणों ने शव को गांव के बाहर गहरे नाले में फेंक दिया। महिला का शव शुक्रवार को पुलिस को मिला। रविवार को आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पिटाई से मौत का कारण सामने आया।