Advertisement
29 October 2024

कांग्रेस ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास और उनके परिवार को राज्य की खराब स्थिति के लिए ठहराया जिम्मेदार

file photo

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के सचिव-सह-प्रवक्ता आलोक शर्मा ने मंगलवार को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास पर अपने 25 साल के कार्यकाल के दौरान कोई काम न करने का आरोप लगाया और आगामी चुनाव में अपने परिवार के सदस्य को मैदान में उतारने के लिए उनकी आलोचना की।

दास की पुत्रवधू पूर्णिमा दास साहू, जो अब ओडिशा की राज्यपाल हैं, जमशेदपुर पूर्व से चुनाव लड़ रही हैं। शर्मा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री के रूप में काम न करने के बाद दास और उनके परिवार को जमशेदपुर के लोगों का समर्थन मांगने का कोई अधिकार नहीं है, जिसमें दिल्ली या दक्षिणी राज्यों के आईटी क्षेत्रों की तरह विकसित होने की पर्याप्त क्षमता है।

कांग्रेस नेता ने दास पर केवल अपने परिवार के हितों की सेवा करने और अपने कार्यकाल के दौरान पर्याप्त संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया, जबकि जमशेदपुर के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि चार दशक पहले दूसरे राज्यों से लोग रोजगार के लिए जमशेदपुर आते थे, लेकिन अब युवा रोजगार की तलाश में अन्यत्र पलायन कर रहे हैं।

Advertisement

उन्होंने शहर की बदहाली के लिए दास परिवार को जिम्मेदार ठहराया। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि इंकैब, टाटा एग्रिको, टायो जैसे बड़े उद्योग बंद हो गए, जबकि टाटा हिताची ने जमशेदपुर से अपना आधार स्थानांतरित कर लिया, लेकिन वे (दास) सत्ता में रहते हुए भी मूकदर्शक बने रहे। कांग्रेस नेता ने इस बात पर जोर दिया कि जमशेदपुर और झारखंड के लोग दास के परिवार के कुकर्मों से वाकिफ हैं, जिसकी जानकारी ओडिशा राजभवन को भी है।

उन्होंने दास के बेटे और राजभवन के कर्मचारियों से जुड़ी कुछ महीने पहले हुई घटना का अप्रत्यक्ष रूप से जिक्र किया। उन्होंने परिवार पर गिरोह की तरह काम करने, धन संचय करने और दूसरे राज्यों में अपना प्रभाव बढ़ाने का आरोप लगाया। शर्मा ने दावा किया कि आगामी चुनाव 'परिवार के गिरोह' और कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. अजय कुमार के बीच मुकाबला है, जिनका आईपीएस अधिकारी और सांसद के रूप में शानदार रिकॉर्ड है।

उन्होंने दास की आलोचना करते हुए कहा कि पिछले ढाई दशक में उनके खराब प्रदर्शन के कारण शहर में अनेक समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं। उन्होंने कहा कि टाटा के शासनकाल में समृद्ध रहे शहर में आईटी पार्क स्थापित किया जाना चाहिए था, लेकिन उनके प्रशासन के दौरान कोई पहल नहीं की गई।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
OUTLOOK 29 October, 2024
Advertisement