तीन राज्य जीतने पर कांग्रेस का BJP पर तंज, 'ये है नया स्वच्छ भारत अभियान'
मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा के किले को ढहा कांग्रेस इन दिनों पूरे जोश में है। 2014 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब कांग्रेस ने सीधी लड़ाई में बीजेपी को मात दी हो। जीत के बाद कांग्रेस ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक तस्वीर साझा की, जिसमें देश के सभी राज्यों में मौजूदा सरकार का आकलन है। कांग्रेस ने इस तस्वीर का कैप्शन दिया है, 'इंडिया का नया स्वच्छ भारत अभियान'।
दरअसल, कांग्रेस द्वारा ट्वीटर पर पोस्ट किए गए इस नक्शे में दिखाया गया है कि किस राज्य में किस पार्टी की सरकार है। इन तीन चुनाव से पहले अधिक राज्य भगवा रंग से पटे हुए थे, लेकिन अब कांग्रेस ने भी अपने रंग को गहरा किया है और भगवा रंग को नीले में बदल दिया है। इस तस्वीर में वह बदलाव साफ देखे जा सकते हैं, जिसमें राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की जीत के बाद बदवाल हुए हैं।
India ka naya Swachh Bharat Abhiyan. #CongressWinsBIG pic.twitter.com/dgCzz6lUOY
— Congress (@INCIndia) December 12, 2018
इन चुनावों से पहले कांग्रेस सिर्फ पंजाब, मिजोरम, कर्नाटक (गठबंधन), पुड्डुचेरी में सरकार में थी, लेकिन अब मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ भी जुड़ गया है।
इन राज्यों में है बीजेपी की सरकार
उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, हरियाणा, गुजरात, महाराष्ट्र (गठबंधन), गोवा, बिहार (गठबंधन), असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, नगालैंड (गठबंधन), त्रिपुरा और मेघालय (गठबंधन)।
ये है जनादेश
230 सीटों में से कांग्रेस 114 सीटों पर जीत दर्ज कर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। वहीं पिछले 15 सालों से सत्तारूढ़ बीजेपी को 109 सीटें मिली है। सूबे में सरकार बनाने के लिए 116 सीटों की जरूरत है। हालांकि मध्य प्रदेश के सियासी समीकरण में किंगमेकर की भूमिका में मायावती की पार्टी बीएसपी और समाजवादी पार्टी के विधायक हैं। वहीं निर्दलीय की भूमिका भी यहां अहम है बीएसपी ने दो, समाजवादी पार्टी ने एक और निर्दलीय ने चार सीटों पर कामयाबी पाई है।
भाजपा भी लगा रही थी गणित?
इस बीच बीजेपी ने सरकार बनाने का दावा किया था। मध्य प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष राकेश सिंह ने देर रात ट्वीट कर कहा था, 'प्रदेश में कांग्रेस को जनादेश नहीं है। कई निर्दलीय और अन्य बीजेपी के संपर्क में हैं। कल राज्यपाल महोदया से मिलेंगे।' लेकिन शिवराज के ऐलान के बाद कांग्रेस के लिए सरकार बनाने का रास्ता साफ हो गया है।