ब्रिटिश सांसद को रोके जाने पर दो खेमों में बंटी कांग्रेस, सिंघवी ने किया बचाव तो थरूर ने साधा निशाना
ब्रिटेन के लेबर पार्टी की सदस्य और कश्मीर के लिए ऑल पार्टी पार्लियामेंट्री ग्रुप की चेयरमैन डेबी अब्राहम्स को सोमवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रोक दिए जाने को लेकर कांग्रेस दो खेमे में बंटती नजर आ रही है। इस मामले को लेकर कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए कहा कि वो न सिर्फ ब्रिटेन की सांसद है बल्कि पाकिस्तान की हिमायती भी है। इसलिए ऐसा फैसला लेना जरूरी था। वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ब्रिटिश सांसद अब्राहम्स को रोके जाने के सरकार के फैसले का विरोध किया।
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने सोमवार को अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से कहा था, ''यदि कश्मीर में सबकुछ ठीक है तो क्या सरकार को आलोचकों को इस स्थिति का गवाह बनने के लिए प्रोत्साहित नहीं करना चाहिए ताकि वे अपने डर को दूर कर सकें? केवल एमईपी और राजदूतों के प्रतिनिधिमंडलों को घुमाने की बजाए क्या इस विषय पर संसदीय समूह की मुखिया को भेजा जाना फायदेमंद नहीं होता?” बता दें कि डेबी अब्राहम्स मोदी सरकार के कश्मीर नीति की आलोचक हैं।
‘राष्ट्रीय हित के खिलाफ था’
वहीं, सरकार की तरफ से कहा गया है कि डेबी अब्राहम को 7 अक्टूबर 2019 को ई-बिजनेस वीजा जारी किया गया था, जो बिजनेस मिटिंग में भाग लेने के लिए 5 अक्टूबर 2020 तक वैध था। उनके ई-बिजनेस वीजा को 14 फरवरी 2020 को कुछ गतिविधियों में लिप्तता होने के कारण निरस्त कर दिया गया था जो भारत के राष्ट्रीय हित के खिलाफ था।
सिंघवी का सरकार के पक्ष में ट्वीट
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने सरकार के पक्ष में ट्वीट करते हुए कहा, "डेबी अब्राहम्स को रोका जाना आवश्यक था, क्योंकि वह सिर्फ एक सांसद नहीं है, लेकिन पाकिस्तान सरकार और आईएसआई की हिमायती भी है। भारत की संप्रभुता पर हमला करने की कोशिश करने वाले हर प्रयास को विफल किया जाना चाहिए।"
मंत्रालय ने दी थी जानकारी
दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रोके जाने के बाद सांसद डेबी अब्राहम्स से कहा था कि उनके साथ अपराधी जैसा व्यवहार किया गया। वहीं, गृह मंत्रालय ने आरोपों का खंडन करते हुए सोमवार को कहा था कि ब्रिटिश सांसद को पहले ही सूचित किया गया था कि उनका वीजा रद्द कर दिया गया है। इसके बावजूद भी वो दिल्ली आईं।
दो दिन के लिए भारत आईं थी डेबी अब्राहम्स
वहीं, उनकी सहयोगी हरप्रीत उपल ने कहा कि डेबी अब्राहम्स 2011 से ब्रिटेन संसद की सदस्य हैं और वो दो दिन की भारत यात्रा पर आई थी। उन्होंने कहा, "मैंने यह जानने की कोशिश की है कि वीजा क्यों रद्द कर दिया गया था। एयरपोर्ट पर मेरे साथ एक आपराधिक व्यवहार की तरह व्यवहार किया गया।"
ट्वीट कर कही थी ये बात
इसके बाद डेबी अब्राहम्स ने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए कहा कि वह दिल्ली में अपने भारतीय सहयोगियों के साथ मिलने को लेकर आईं थी। उन्होंने आगे कहा था, "अब मैं सामाजिक न्याय और सभी के लिए मानवाधिकारों को बढ़ावा देने के लिए एक राजनेता बन गईं हूं। मैं अपनी सरकार और अन्य लोगों को चुनौती देना जारी रखूंगी।"
विशेष राज्य का दर्जा खत्म
बता दें, केंद्र ने बीते साल 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा समाप्त कर दिया था। जिसके बाद घाटी के कई हिस्सों में मोबाइल और इंटरनेट सेवा बंद कर दिया गया था। इसके अलावा सुरक्षा के मद्देनजर केंद्र ने राज्य के कई नेताओं को नजरबंद कर दिया था। गौरतलब है कि अभी भी कई नेता नजरबंद रखे गए हैं।