कांग्रेस ने मनोनीत सीएम मोहन यादव के चयन पर उठाए सवाल- 'क्या यह है एमपी के लिए मोदी की गारंटी'
भाजपा ने सोमवार को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के नेता और तीन बार के विधायक यादव को मध्य प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री के रूप में चुना और यह वाकई एक आश्चर्यचकित कर देने वाले निर्णय के रूप में आया।
इसके बाद एक्स पर एक पोस्ट में, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा, "चुनाव नतीजों के आठ दिन बाद, भाजपा ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री को चुना, एक ऐसा व्यक्ति जिसके खिलाफ उज्जैन मास्टरप्लान में बड़े पैमाने पर हेरफेर सहित कई गंभीर आरोप हैं।"
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ''सिंहस्थ के लिए आरक्षित 872 एकड़ जमीन में से भूमि उपयोग बदलकर उनकी जमीन काट ली गई।'' रमेश ने आरोप लगाया कि यादव के कई वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हैं जिनमें वह गाली देते, धमकी देते और आपत्तिजनक बयान देते नजर आ रहे हैं। उन्होंने पूछा, "क्या यह मध्य प्रदेश के लिए 'मोदी की गारंटी' है?"
चुनाव परिणाम के आठ दिन बाद भाजपा ने मध्यप्रदेश के लिए मुख्यमंत्री चुना भी तो एक ऐसे व्यक्ति को जिस पर उज्जैन मास्टरप्लान में बडे पैमाने पर हेरफेर करने समेत कई गंभीर आरोप हैं।
Advertisementसिंहस्थ के लिए रिज़र्व 872 एकड़ ज़मीनों मे से उनकी ज़मीन को लैंड यूज़ बदलकर अलग किया गया। इनके कई वीडियो… pic.twitter.com/itQ9zG61va
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) December 12, 2023
यादव, जिन्हें सीएम पद के दावेदारों में नहीं देखा गया था, को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का करीबी माना जाता है और वह तीन बार के विधायक और ओबीसी के एक प्रमुख नेता हैं, जिनकी संख्या राज्य की जनसंख्या के 48 प्रतिशत से अधिक है।
वह पहली बार 2013 में उज्जैन दक्षिण से विधायक चुने गए और 2018 और फिर 2023 में विधानसभा सीट बरकरार रखी। भाजपा विधायक निवर्तमान सीएम शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में उच्च शिक्षा मंत्री के रूप में कार्यरत थे।