देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा, कहा- सीटें देखकर शिवसेना ने बदला रुख
महाराष्ट्र में बुधवार को फ्लोर टेस्ट से पहले देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को इस्तीफा सौंपा। उन्होंने कहा कि हमारे पास बहुमत नहीं है। इससे पहले एनसीपी नेता अजित पवार ने उप-मुख्यमंत्री पद से उन्हें इस्तीफा सौंपा था। फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने शिवसेना-बीजेपी को बहुमत दिया था लेकिन शिवसेना ने नतीजों के बाद अपना रुख बदल लिया। हमने कभी भी ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले का वादा नहीं किया था। अमित शाह ने साफ किया था कि मुख्यमंत्री बीजेपी का ही होगा। सीटें देख कर शिवसेना ने अपना रुख बदल लिया था। हमसे बात करने की बजाय उन्होंने कांग्रेस-एनसीपी से बात की। उन्होंने कहा कि मुझे शक है कि तीन पहियों की यह सरकार स्थिर रह पाएगी। भाजपा प्रभावी विपक्ष की तरह काम करेगी और लोगों की आवाज उठाएगी। सत्ता की भूख इतनी ज्यादा है कि शिवसेना के नेता सोनिया गांधी के साथ भी गठबंधन को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि हमने तय किया था कि हम कभी हॉर्स ट्रेडिंग नहीं करेंगे और कभी कोई विधायक नहीं तोड़ेंगे।
भाजपा विधायक कोलंबकर बने प्रोटेम स्पीकर
भाजपा विधायक कालिदास कोलंबकर को राज्यपाल ने बतौर प्रोटेम स्पीकर शपथ दिलाई। कांग्रेस की मांग थी कि बाला साहेब थोराट को प्रोटेम स्पीकर चुना जाए, जो विधानसभा में सबसे वरिष्ठ और 8 बार के विधायक हैं। थोराट को कांग्रेस विधायक दल का नेता भी चुना गया है। शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस विधायक मंगलवार शाम 5 बजे गठबंधन का नेता चुनेंगे। तीनों दलों की दोपहर में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। ये बैठक फ्लोर टेस्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद हुई, जिसमें अदालत ने बुधवार को फ्लोर टेस्ट और 5 बजे से पहले विधायकों की शपथ करवाने का आदेश दिया। देवेंद्र फडणवीस के घर भाजपा कोर कमेटी की बैठक हुई।
संविधान इसलिए बना था कि उसकी हत्या करें: राउत
शिवसेना नेता राउत ने कहा- जिसे आप शक्ति प्रदर्शन कहते हैं, उसे हम शक्ति प्रदर्शन नहीं कहते हैं। हम देश की जनता को दिखाना चाहते हैं, महाराष्ट्र की जनता को दिखाना चाहते हैं, राष्ट्रपति भवन और राजभवन को दिखाना चाहते हैं और जिसने चोरी-छिपे मुख्यमंत्री की शपथ ली उसे भी दिखाना चाहते हैं। आपने संविधान की हत्या की है बहुमत हमारे पास है इस देश का नारा सत्यमेव जयते हैं, लेकिन आपने सत्यमेव जयते की भी हत्या की है। कल का नजारा जो था, आज संविधान का दिन है, संसद में इसको लेकर चर्चा भी होगी, लेकिन मैं यह पूछना चाहता हूं कि क्या बाबा साहब ने संविधान इसलिए बनाया था कि बहुमत की हत्या करें।
अजीत पवार नहीं है विधायक दल के नेता: शरद पवार
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा- यह गलत सूचना फैलाई जा रही है कि अजित एनसीपी के विधायक दल के नेता हैं, जो सभी राकांपा विधायकों को शक्ति परीक्षण में भाजपा को वोट करने के लिए व्हिप जारी करेंगे। मैंने कई संविधान विशेषज्ञों से विचार किया है। मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि अजित को पद से हटा दिया है। उनके पास विधायकों को व्हिप जारी करने का कोई कानूनी अधिकार नहीं है । अवैध तरीके से सत्ता पर कब्जा करने वालों को अब हटना होगा।'
होटल हयात में हुआ था विपक्ष का शक्ति प्रदर्शन
सोमवार रात को विपक्षी दलों के 162 विधायकों ने मुंबई के ग्रैंड हयात होटल में एक साथ पहुंच शक्ति प्रदर्शन किया। इसमें तीनों पार्टियों के प्रमुख नेता शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, राकांपा प्रमुख शरद पवार, वरिष्ठ कांग्रेस नेता मलिकार्जुन खड़गे और प्रदेश अध्यक्ष बालासाहब थोराट शामिल हुए।