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16 October 2017

बेंगलुरु: इमारत ढहने से हुई मां-बाप की मौत, अब बच्ची की परवरिश करेगी सरकार

File Photo

बेंगलुरु के इजीपुरा इलाके के निकट दो मंजिला इमारत ढहने से छह लोगों की मौत हो गई है। इस हादसे के बाद घटनास्थल पर पहुंचे राहत-बचाव कर्मियों ने राहत कार्य शुरु कर दिया गया।

इस हादसे में जान गंवाने वाले एक पेरेंट्स की बच्ची को मलबे से जिंदा निकाला गया है। घटनास्थल पर पहुंचे बेंगलुरु विकास मंत्री केजे जार्ज ने अनाथ बच्ची को देख घोषणा की कि राज्य सरकार उसे गोद लेगी और उसका सारा खर्च वहन करेगी।

गृहमंत्री ने कहा, सिलेंडर में नहीं थी गैस  

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धमाका एक दो मंजिला इमारत में हुआ, लेकिन यह इतना जबर्दस्त था कि इसकी चपेट में आसपास के तीन और मकान आ गए। हादसे में मारे गए छह लोगों में से पांच उसी बिल्डिंग में रहते थे, जिसमें ब्लास्ट हुआ, जबकि एक पड़ोसी था। मरने वालों में दो महिलाएं भी शामिल थीं। दो मृतकों की पहचान कलावती 68 और रविचंद्रन 30 के तौर पर हुई है। हालांकि मौके पर पहुंचे कर्नाटक के गृह मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने कहा, मकान में रखे एलपीजी सिलेंडर्स में गैस नहीं थी, इसलिए यह पूरी तरह नहीं कहा जा सकता है कि सिलेंडर ब्लास्ट की वजह से मकान गिरे हैं।

सरकार का सराहनीय कदम

मौके पर बचाव अभियान अभी भी चलाया जा रहा है। मलबे में अभी कुछ और लोग दबे हो सकते हैं, ऐसे में मौत का आकंड़ा बढ़ने की आशंका है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मलबे से निकाली गई बच्ची को सरकार गोद लेगी और उसका सारा खर्ज उठाएगी। राज्य के डेवलपमेंट मिनिस्टर केजे जॉर्ज ने यह ऐलान किया है।

मृतकों के परिवार को 5-5 लाख का मुआवजा

राज्य के डेवलपमेंट मिनिस्टर केजे जॉर्ज ने हादसे में मारे गए लोगों के परिवार को 5-5 लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया है। इसके अलावा सरकार हादसे में जख्मी हुए लोगों को 50-50 हजार रुपए की मदद देगी।


20 साल पुरानी थी इमारत

वहां मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विस्फोट सुबह करीब सात बजे हुआ। उन्होंने बताया कि धमाके की जोरदार आवाज सुनायी दी और 20 साल पुरानी इमारत देखते-देखते मलबे में तब्दील हो गयी। दमकल विभाग एवं राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के कर्मचारियों को मौके पर भेजा गया, जिन्होंने मलबे से लोगों के शव बरामद किए।

गणेश नामक व्यक्ति की थी इमारत

मौके का जायजा लेने पहुंचे कर्नाटक के गृहमंत्री रामलिंगा रेड्डी ने संवाददाताओं को बताया कि इमारत गणेश नामक एक व्यक्ति की थी। उन्होंने बताया कि गणेश ने यह इमारत चार परिवारों को किराए पर दी हुई थी। मंत्री ने बताया, दो परिवार ग्राउंड फ्लोर पर रहते थे जबकि एक परिवार पहली मंजिल पर रहता था। कलावती और रविचंद्रन पहली मंजिल पर रहते थे। इन दोनों की मौत मौके पर ही हो गई थी। निचले तल पर रह रहे परिवारों के सदस्यों के मलबे में फंसे होने की आशंका है।

दमकल के तीन कर्मचारी भी हुए घायल

वहीं, बेंगलूरू के महापौर आर संपत राज ने बताया कि इमारत में चार परिवार रह रहे थे। दमकल की कम से कम 40 गाड़ियां और एनडीआरएफ के कर्मचारी बचाव अभियान में जुटे रहे। पुलिस ने बताया कि इमारत में फंसे लोगों को बचाने के लिए मलबा हटा रहे दमकल के तीन कर्मचारियों के पर मलबा गिरने से वे घायल हो गए हैं, जिन्हें उपचार के लिए पास के अस्पताल ले जाया गया।

 

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TAGS: Ejipura building collapse, govt, adopt Girl child, rescued, parents died
OUTLOOK 16 October, 2017
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