11 अप्रैल से सात चरणों में होंगे लोकसभा चुनाव, 23 मई को होगी मतगणना
चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव 2019 की तारीखों का ऐलान कर दिया है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि 543 लोकसभा सीटों के लिए सात चरणों में चुनाव होंगे। चुनाव 11 अप्रैल से शुरू होकर 19 मई तक चलेंगे। 23 मई को मतगणना होगी। उन्होंने कहा कि आज से आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। इसका उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि 3 जून को 16वीं लोकसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव पर आयोग ने कहा कि राज्य सरकार और गृह मंत्रालय से इस बाबत चर्चा की गई है। उन्होंने कहा कि वहां फिलहाल विधानसभा चुनाव नहीं होंगे। इसके अलावा चार राज्यों आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनाव के साथ होंगे।
मतदान की तारीख
पहला चरण – 11 अप्रैल, दूसरा चरण- 18 अप्रैल, तीसरा चरण- 23 अप्रैल, चौथा चरण- 29 अप्रैल, पांचवां चरण- 6 मई, छठा चरण- 12 मई, सातवां चरण- 19 मई, मतगणना- 23 मई
सात चरण में इतनी सीटों पर होगी वोटिंग
पहला चरण- 20 राज्यों की 91 लोकसभा सीटें
दूसरा चरण- 13 राज्यों की 97 सीटें
तीसरा चरण- 14 राज्यों की 115 सीटें
चौथा चरण- 9 राज्यों की 71 सीटें
पांचवां चरण- 7 राज्यों की 51 सीटें
छठा चरण- 7 राज्यों की 59 सीटें
सातवां चरण- 8 राज्यों की 59 सीटें
देश भर में आज से आचार संहिता लागू
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि 1950 पर फोन कर और SMS के जरिए वोटिर अपना नाम वोटिंग लिस्ट में चेक कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि ईवीएम पर उम्मीदवारों की तस्वीर होगी। देशभर में आज से आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी और किसी भी उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर नजर रखी जाएगी और समय-सीमा के अंदर ही उसके इस्तेमाल की इजाजत होगी।
10 लाख पोलिंग स्टेशन
चुनाव आयोग ने बताया कि इस इस बार लगभग 10 लाख पोलिंग स्टेशन होंगे। 2014 के चुनाव में इनकी संख्या 9 लाख थी। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि चुनाव की तारीखों में फसल की कटाई और परीक्षाओं का भी ध्यान रखा गया है ताकि किसी को दिक्कत न आए। उन्होंने कहा कि चुनाव को लेकर आयकर विभाग से भी चर्चा की गई है। इस बार 84 मिलियन वोटर और बढ़े हैं और कुच 90 करोड़ लोग इस बार वोट डालने जा रहे हैं। 18-19 साल के डेढ़ करोड़ वोटर हैं। अरोड़ा ने कहा कि पोलिंग स्टेशन पर पानी, शौचालय और बिजली के इंतेजाम भी किए गए हैं। साथ ही इस चुनाव में भी NOTA का इस्तेमाल होगा और सभी बूथों पर ईवीएम के साथ वीवीपैट लगाए जाएंगे।
'संवेदनशील कार्यक्रम की होगी वीडियोग्राफी'
चुनाव आयोग ने कहा कि सभी संवेदनशील कार्यक्रम की वीडियोग्राफी की जाएगी और निष्पक्ष चुनाव के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं। आयोग ने कहा कि उम्मीदवारों को अपने आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी देनी होगी। उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों के लिए विशेष पर्यवेक्षक भी नियुक्त किए गए हैं। साथ ही चुनाव में ईवीएम की जीपीएट ट्रैकिंग भी की जाएगी। चुनाव आयुक्त ने कहा कि संवेदनशील इलाकों में सीआरपीएफ की तैनाती भी की जाएगी।
पहले कब-कब हुआ चुनाव
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. एसवाई कुरैशी ने ट्विटर पर एक आंकड़ा शेयर किया है। इस आंकड़े के अनुसार, 2004 में अधिसूचना 29 फरवरी, 2009 में अधिसूचना 2 मार्च और 2014 में 5 मार्च को अधिसूचना जारी हुई थी। ऐसे में देखा जाए तो इस बार चुनाव आयोग की अधिसूचना में देरी है। डॉ. एस. वाई. कुरैशी के आंकड़े के अनुसार, 2004 में 1 जून, 2009 में 30 मई, 2014 में 3 जून को लोकसभा का कार्यकाल खत्म हुआ था। इस बार 2 जून को लोकसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है। 2004 में चुनाव 20 अप्रैल से लेकर 10 मई के बीच 4 चरणों में, 2009 में 16 अप्रैल से लेकर 13 मई के बीच पांच चरणों में और 2014 में 7 अप्रैल से लेकर 12 मई के बीच नौ चरणों में चुनाव संपन्न हुआ था।
तारीखों के ऐलान में देरी, उठे सवाल
लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा में हो रही देरी पर कांग्रेस सवाल उठा चुकी है। पिछले दिनों कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने आरोप लगाया था कि क्या चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधिकारिक कार्यक्रमों के पूरा होने का इंतजार कर रहा है।