बीजेडी के पूर्व सांसद बैजयंत पांडा भाजपा में शामिल, अमित शाह से की मुलाकात
लोकसभा चुनाव 2019 लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा वैसे-वैसे दल-बदल तेज हो गया है। भाजपा और कांग्रेस अपने-अपने गठबंधन को मजबूत बनाने के लिए क्षेत्रीय नेताओं का पार्टी मे शामिल कर रहे हैं। इन सबके बीच हर किसी की नजर भारत के पूर्वी राज्य ओडिशा पर है। बीजू जनता दल (बीजेडी) के पूर्व सांसद बैजयंत जय पांडा ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया है। सोमवार को वो औपचारिक तौर पर बीजेपी का हिस्सा बन गए। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से भी मुलाकात की।
कौन हैं बैजयंत पांडा
पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में और नवीन पटनायक से कथित मतभेद की वजह से बैजयंत पांडा को पार्टी से निलंबित कर दिया गया था। 2017 के पंचायत चुनावों में भाजपा के शानदार प्रदर्शन के बाद वे प्रधानमंत्री मोदी की बराबर प्रशंसा करने और नवीन पटनायक पर सवाल खड़े करते रहने के कारण भी खूब चर्चा में रहे हैं। 2002 से 2006 के बीच वो राज्यसभा के दो बार सांसद रहे। 2009 में वो लोकसभा के लिए चुने गए। 2014 में वो केंद्रपाड़ा से सांसद चुने गए। जय पांडा को पार्टी से निलंबित करने के बाद बीजेडी ने कहा था कि वो पार्टी को परोक्ष और प्रत्यक्ष तौर पर नुकसान पहुंचा रहे थे। पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से उन्हें पार्टी से बाहर करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं था।
क्या होगा बीजेडी पर असर
ओडिशा की करीब 20 से 22 विधानसभा सीटों पर उनका प्रभाव माना जाता है है। अगर इसे संसदीय क्षेत्र के हिसाब से देखा जाए तो माना जा रहा है कि दो से तीन संसदीय क्षेत्रों पर इसका प्रभाव पड़ सकता है। इससे पहले बीजेडी के सांसद प्रसन्न आचार्य ने कहा था कि बैजयंत पांडा किसी भी पार्टी को जॉइन करने के लिए स्वतंत्र हैं। उन्होंने कहा, 'पांडा के भाजपा का हाथ थामने से आगामी चुनावों में बीजू जनता दल पर कोई असर नहीं पड़ेगा। पिछले कुछ सालों में कई लोगों ने पार्टी छोड़ी लेकिन बीजेडी की लोकप्रियता बढ़ती ही गई है।'