Advertisement
08 December 2019

धर्म के आधार पर नागरिकता देने से पाकिस्तान का हिंदू वर्जन बनकर रह जाएगा भारतः थरूर

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कहा है कि नागरिकता (संशोधन) विधेयक संसद से पारित होना निश्चित ही महात्मा गांधी के विचारों के ऊपर मोहम्मद अली जिन्ना के विचारों की जीत होगी। धर्म के आधार पर नागरिकता देने से भारत पाकिस्तान का हिंदू वर्जन बनकर रह जाएगा।

सुप्रीम कोर्ट की कोई बेंच मंजूरी नहीं देगी

थरूर ने एक इंटरव्यू में आरोप लगाया कि भाजपा एक समुदाय को अलग-थलग करना चाहती है। वह दूसरी समुदाय के लोगों की तरह उत्पीड़न के शिकार एक समुदाय के सदस्यों को राजनीतिक शरण देने से इन्कार करती है। उन्होंने कहा कि अगर संसद के दोनों सदन इस विधेयक को मंजूरी दे देते हैं तो उन्हें पूरा भरोसा है कि सुप्रीम कोर्ट की कोई भी बेंच देश के संविधान के मूलभूत सिद्धांतों का खुला उल्लंघन करने वाले इस विधेयक को मंजूरी नहीं देगी।

Advertisement

सरकार शरणार्थी नीति बनाने को तैयार नहीं

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह शर्मनाक है कि सरकार ने राष्ट्रीय शरणार्थी नीति बनाने पर विचार करने से पिछले साल और इस साल भी इन्कार कर दिया। जबकि उन्होंने प्राइवेट बिल के तौर पर संसद में पेश किया था और तत्कालीन गृह मंत्री, उनके गृह राज्यमंत्री और गृह सचिव को साझा भी किया था।

अंतरराष्ट्रीय कानून की भी अनदेखी

थरूर ने आरोप लगाया कि वे अचानक शरणार्थियों को नागरिकता मंजूरी देने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। जबकि वे शरणार्थी स्टेटस के निर्धारण मेंं सुधार और शरणार्थियों के साथ अच्छा व्यवहार सुनिश्चित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत आवश्यक कदम उठाने के लिए राजी नहीं है।

एक समुदाय का मताधिकार छीनने का प्रयास

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस सबसे स्पष्ट हो जाता है कि एक समुदाय को अलग-थलग करने और और इस समूचे समुदाय को मताधिकार विहीन करने के लिए निंदनीय राजनीतिक कवायद है। यह हमारी महान सभ्यता के साथ बड़ा विश्वासघात है। इस कदम से भारत पाकिस्तान का हिंदू संस्करण बनकर रह जाएगा।

बिल संविधान के मूल सिद्धांतों के खिलाफ

नागरिकता संशोधन विधेयक के बारे में कांग्रेस के रुख के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यद्यपि वह पार्टी के अधिकृत प्रवक्ता नहीं है, लेकिन उनका विश्वास है कि कांग्रेस इस मुद्दे पर स्पष्ट मत रखती है। यह बिल न सिर्फ समानता और धार्मिक आधार पर भेदभाव न करने के मूल सिद्धांत के खिलाफ है, बल्कि यह देश की मूल संकल्पना पर भी हमला है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: citizenship, Pakistan, Hindutva version, citizenship bill, mahatma gandhi, Shashi Tharoor, Congress
OUTLOOK 08 December, 2019
Advertisement