मैं कांग्रेस की दया पर हूं, बिना उनकी अनुमति के कुछ नहीं कर सकता: कुमारस्वामी
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने एक सोमवार को एक बार फिर कहा कि वह कांग्रेस की दया पर निर्भर हैं। कुमारस्वामी ने कहा कि कांग्रेस की अनुमति के बिना वह कुछ नहीं कर सकते क्योंकि वही वह पार्टी है जिसने उन्हें समर्थन दिया।
इससे पहले रविवार को भी मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान जेडीएस ने लोगों से पूर्ण जनादेश मांगा था, जो नहीं मिला। इस वजह से आज जेडीएस कांग्रेस पर निर्भर है। मैं राज्य के साढ़े छह करोड़ लोगों के दबाव में नहीं हूं।
कांग्रेस के नेताओं से अनुमति लिए बिना कुछ नहीं कर सकता: कुमारस्वामी
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस की सरकार बन चुकी है। जेडीएस के कुमारस्वामी सदन में विश्ववासमत हासिल कर चुके हैं। सीएम बनने के बाद कुमारस्वामी ने एक सनसनीखेज बयान दिया है। उन्होंने कहा कि आज वो जो हैं, वो कांग्रेस की कृपा पर हैं। लेकिन उनके ऊपर जनता का कोई दबाव नहीं है। हालांकि इस बीच कुमारस्वामी ने यह भी कहा कि उन्होंने राज्य के विकास के लिए काफी कुछ किया लेकिन वह अलग बात है। साथ ही, कुमारस्वामी ने कि वह कांग्रेस के नेताओं से अनुमति लिए बिना कुछ नहीं कर सकते क्योंकि पार्टी ने उन्हें समर्थन दिया है। सीएम कुमारस्वामी का ये बयान इसी मुद्दे पर अपने बयान के एक दिन बाद आया है।
‘मैं आज कांग्रेस की कृपा पर हूं’
रविवार को कुमारस्वामी ने कहा था, ‘मेरी पार्टी ने अकेले सरकार नहीं बनाई है। मैंने लोगों से ऐसा जनादेश मांगा था कि मुझे उनके अलावा किसी और के दबाव में नहीं आने दे, लेकिन मैं आज कांग्रेस की कृपा पर हूं। मैं राज्य के साढ़े छह करोड़ लोगों के दबाव में नहीं हूं।’
किसानों का कर्ज माफ करने में असफल रहते हैं तो दे देंगे इस्तीफा: कर्नाटक सीएम
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य केन्द्रीय मंत्रियों से मुलाकात के लिए दिल्ली की अपनी यात्रा से पहले उन्होंने एक बार फिर कहा कि कृषि कर्ज माफी उनकी पहली प्राथमिकता है क्योंकि उन्होंने इसका वादा किया था। कुमारस्वामी ने कहा कि अगर वह ऐसा करने में विफल रहते हैं, तो इस्तीफा दे देंगे।
हालांकि, उन्होंने लोगों से कहा कि उनकी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है, जिसका मतलब है कि मतदाताओं ने उन्हें और उनकी पार्टी को खारिज कर दिया है।
‘कृषि कर्ज माफी को लेकर उनका रुख बिल्कुल स्पष्ट है’
कुमारस्वामी ने कहा, ‘राज्य के लोगों ने मुझे और मेरी पार्टी को खारिज कर दिया। मैंने पूर्ण बहुमत देने का आग्रह किया था। मैंने किसान नेताओं के बयानों को भी सुना और यह भी कि उन्होंने मुझे कितना समर्थन दिया।’ सरकार के चार साल, तर्क और तथ्यों के अचार साल हैं। कुमारस्वामी ने कहा कि नेता के तौर पर उनकी भी कुछ मजबूरियां है। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद कृषि कर्ज माफी को लेकर उनका रुख बिल्कुल स्पष्ट है।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने की बयान की आलोचना
भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बयान की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जिस तरह से स्वीकार कर रहे हैं कि वे राज्य की जनता के प्रति नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी के प्रति ऋणी हैं और उसकी दया पर आश्रित हैं वह उनकी कमजोरी को दर्शाता है। यह बयान भारत के लोकतंत्र के लिए किसी गाली से कम नहीं है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि आज ये साबित हो चुका है कि 10 जनपथ से कर्नाटक की सरकार को चलाने का इशारा हो चुका है जबकि कल ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बागपत में कहा था कि सरकार जनपथ से नहीं जनमत से चलनी चाहिए। मुझे लगता है कि मोदी जी का संदेश कर्नाटक तक पहुंचना चाहिए।