कांग्रेस में शामिल होने के बाद बोले मानवेंद्र सिंह, मेरे समर्थक आगे भी समर्थन करना जारी रखेंगे
भाजपा के कद्दावर नेता और अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह ने बुधवार को कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। इस दौरान सचिन पायलट भी मौजूद थे। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि इससे पार्टी को राजपूत वोट का फायदा होगा और हाल ही में होने वाले विधानसभा चुनाव में यह काफी महत्वपूर्ण रहने वाला है। राजस्थान के मारवाड़ इलाके में प्रभाव रखने वाला जसवंत का परिवार का बीजेपी से अलग होना पार्टी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
'समर्थक जारी रखेंगे समर्थन'
कांग्रेस में शामिल होने के बाद मानवेंद्र सिंह ने कहा कि उन्होंने सुबह राहुल गांधी से मुलाकात की थी और उन्होंने पार्टी में मेरा स्वागत किया। मुझे पूरा विश्वास है कि मेरे समर्थक आगे भी समर्थन करना जारी रखेंगे।
कांग्रेस ने 70 सालों में राजस्थान के किसी राजपूत को नहीं बनाया मंत्री
मानवेंद्र सिंह के कांग्रेस में शामिल होने पर केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री व खेल मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने कहा है कि यह मानवेंद्र सिंह का फैसला है। उनके पिता जसवंत सिंह ने अपनी पूरी जिंदगी कांग्रेस से लड़ने में लगा दी।
उन्होंने आगे कहा, बीजेपी ने जसवंत सिंह को रक्षा मंत्री और वित्त मंत्री बनाकर इज्जत दी। ये वही कांग्रेस पार्टी है जिसने 70 सालों में एक बार भी केंद्र में राजस्थान से किसी राजपूत को मंत्री नहीं बनाया।
दशकों से काम कर रहे लोगों को घुटन महसूस क्यों हो रही है: पायलट
राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने इस दौरान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी और राजे को यह सोचना चाहिए कि क्यों दशकों से काम कर रहे लोगों को घुटन महसूस हो रही है। धनश्याम तिवाड़ी पार्टी से अलग हो गए और मानवेंद्र जी कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। पायलट ने कहा कि पार्टी के नेताओं का यह हाल है तो जनता की क्या हालत होगी। यह समझा जा सकता है।
मानवेंद्र सिंह ने पूरे परिवार के साथ थामा कांग्रेस का हाथ
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह पूरे परिवार के साथ पार्टी में शामिल हो गए। मानवेंद्र के साथ उनकी पत्नी चित्रा सिंह, जीवंत सिंह के दूसरे बेटे भूपेन्द्र सिंह और जसवंत सिंह की पत्नी शीतल कवर कांग्रेस की सदस्यता ली। कांग्रेस का दामन थामने के बाद मानवेंद्र सिंह ने पूरे परिवार के साथ अपने आवास पर यज्ञ कराया।
सचिन पायलट ने मानवेंद्र के पार्टी में शामिल होने का किया था दावा
सचिन पायलट ने न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस से बातचीत करते हुए ये बताया था कि बीजेपी छोड़ने वाले मानेंद्र सिंह महा दुर्गाअष्टमी यानी 17 अक्टूबर (बुधवार) को राजधानी दिल्ली में सुबह 10 बजे कांग्रेस पार्टी में शामिल होंगे।
माना जा रहा है कि मानवेंद्र सिंह की निगाहे अब दिल्ली की ओर हैं क्योंकि वो अब विधानसभा की जगह लोकसभा चुनाव लड़ने पर विचार कर रहे हैं। जबकि अपनी पत्नी को विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट से मैदान में उतार सकते हैं।
स्वाभिमान रैली में किया भाजपा छोड़ने का ऐलान
मानवेंद्र सिंह ने पिछले महीने 22 सितंबर को राजपूतों के सम्मान में आयोजित ‘स्वाभिमान रैली’ के दौरान बीजेपी से अलग होने का ऐलान किया था। पार्टी में उनके आने पर कांग्रेस के राजस्थान मामलों के महासचिव अविनाश पांडेय ने कहा, ‘सिर्फ मानवेंद्र सिंह ही नहीं, बल्कि दूसरे दलों के कई सारे वरिष्ठ नेता कांग्रेस के संपर्क में हैं और वे पार्टी में शामिल होना चाहते हैं’।हालांकि उन नेताओं के कांग्रेस में शामिल किए जाने को लेकर पार्टी सोच विचार कर रही है उसके बाद ही कोई फैसला लेगी।
मानवेंद्र बोले- पेड़ पौधे सब होंगे शामिल
पत्नी चित्रा सिंह और मां शीतल कंवर के कांग्रेस में शामिल होने के सवाल पर मानवेंद्र ने कहा कि पेड़-पौधे सब शामिल होंगे लेकिन उन्होंने अपने पिता जसवंत सिंह के शामिल होने के सवाल के जवाब में कहा-नहीं। उन्होंने कहा पेड़-पौधे कहने का मतलब सिर्फ एक उदाहरण है।
हालांकि भाई के कांग्रेस में शामिल होने की उन्होंने पुष्टि कर दी और कहा कि परिवार के सभी लोग पार्टी का समर्थन करेंगे। बता दें कि मानवेद्र काफी दिनों से बीजेपी से नाराज चल रहे थे।
बीजेपी के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं मानवेंद्र सिंह के पिता
गौरतलब है कि मानवेंद्र सिंह के पिता बीजेपी के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। बीजेपी में करीब 4 दशक तक रहने के बाद उनके परिवार ने बीजेपी से नाता तोड़ा है। दरअसल 2014 के लोकसभा चुनाव में टिकट न मिलने से जसवंत सिंह का परिवार नाराज हो गया था। कई मौकों पर जसवंत सिंह का परिवार अपनी नाराजगी जताता रहा है।