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11 February 2025

5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के प्रयास में मध्यम वर्ग को 'आत्माविहीन कंकाल' की तरह देखा जा रहा है: चड्ढा

file photo

आप नेता राघव चड्ढा ने मंगलवार को सरकार पर आरोप लगाया कि 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के प्रयास में वह मध्यम वर्ग को 'आत्माविहीन कंकाल' की तरह देख रही है।

राज्यसभा में केंद्रीय बजट पर बहस में भाग लेते हुए चार्टर्ड अकाउंटेंट चड्ढा ने कहा कि जहां अमीरों को विभिन्न योजनाओं और कर प्रोत्साहनों से लाभ मिलता है, वहीं मध्यम वर्ग को अपनी कड़ी मेहनत के बावजूद कुछ नहीं मिलता। इसका संदर्भ देते हुए उन्होंने कहा, "1998 में एक अमेरिकी फिल्म 'हनी आई श्रंक द किड्स' आई थी। मुझे लगता है कि 2025 में 'हनी आई श्रंक द मिडिल क्लास' पर एक फिल्म बननी चाहिए।"

आप नेता ने कहा कि भारत की 140 करोड़ की आबादी में से केवल 8 करोड़ लोग आयकर रिटर्न दाखिल करते हैं, जिनमें से लगभग 5 करोड़ लोग शून्य आयकर रिटर्न दाखिल करते हैं। उन्होंने कहा कि केवल 3 करोड़ लोग ही वास्तव में आयकर का भुगतान करते हैं।

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सीएमआईई के आंकड़ों का हवाला देते हुए चड्ढा ने कहा कि 43 करोड़ मध्यम वर्गीय भारतीयों में से केवल 3 करोड़ आयकरदाताओं को ही बजट घोषणाओं से लाभ मिलेगा। उन्होंने उपभोग को बढ़ावा देने के लिए आयकर राहत के साथ-साथ जीएसटी को कम करने का सुझाव दिया, यह देखते हुए कि "जीएसटी गरीब और अमीर दोनों द्वारा भुगतान किया जाता है। गरीब जब माचिस खरीदता है तो जीएसटी का भुगतान करता है, अमीर जब मर्सिडीज खरीदता है तो जीएसटी का भुगतान करता है।"

बढ़ते घरेलू कर्ज के बारे में चिंता जताते हुए चड्ढा ने कहा कि घरेलू कर्ज और जीडीपी का अनुपात 40 प्रतिशत तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा, "मध्यम वर्ग अपने दैनिक खर्चों को पूरा करने के लिए कर्ज लेने को मजबूर है... कर्ज संपत्ति निर्माण के लिए नहीं है।" आप नेता ने अलग रेल बजट को बंद करने और वरिष्ठ नागरिकों के लिए रेल टिकटों पर सब्सिडी समाप्त करने के लिए भी सरकार की आलोचना की।

अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चड्ढा ने संयुक्त राज्य अमेरिका से भारतीयों के निर्वासन पर चिंता व्यक्त की और भारत के आईटी, कपड़ा, ऑटो और फार्मा क्षेत्रों पर ट्रम्प प्रशासन की आर्थिक नीतियों के संभावित प्रभाव के बारे में चेतावनी दी। उन्होंने रुपये के अवमूल्यन के मुद्दे को भी उजागर किया और कहा कि इससे खाद्य और ऊर्जा उत्पाद महंगे होने से मुद्रास्फीति बढ़ सकती है। सत्तारूढ़ पार्टी पर कटाक्ष करते हुए चड्ढा ने कहा कि यूपीए शासन के दौरान रुपये के अवमूल्यन के बारे में मुखर रहने वाले भाजपा नेता अब इस मुद्दे पर चुप हैं।

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OUTLOOK 11 February, 2025
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