कलराज मिश्र बने हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल, आचार्य देवव्रत को भेजा गया गुजरात
केंद्र सरकार ने कलराज मिश्र को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया है। वहीं, आचार्य देवव्रत को हिमाचल प्रदेश से गुजरात ट्रांसफर कर दिया गया है। यानी, आचार्य देवब्रत अब गुजरात के राज्यपाल ओम प्रकाश कोहली की जगह लेंगे। ओपी कोहली 16 जुलाई, 2014 को गुजरात के राज्यपाल बनाए गए थे, जबकि आचार्य देवव्रत 12 अगस्त, 2015 से हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल का पद संभाल रहे थे।
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्री थे कलराज
कलराज मिश्र भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शुमार किए जाते हैं। उन्हें नरेंद्र मोदी सरकार के 2014 से 19 के पहले कार्यकाल में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार सौंपा गया था। हालांकि, उन्होंने 75 वर्ष की उम्र पार करने पर 2017 में ही मंत्री पद छोड़ दिया था। इस दौरान उन्होंने संसद में उत्तर प्रदेश के देवरिया लोकसभा का प्रतिनिधित्व किया था। मिश्र ने 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था।
राज्यपाल का पद
भारत के संघीय ढांचे में राज्यपाल का पद संवैधानिक होता है। संविधान के भाग 6 में राज्य की शासन व्यवस्था का प्रावधान है जो जम्मू-कश्मीर को छोड़ सभी राज्यों के लिए लागू होता है। राष्ट्रपति केंद्र सरकार की सलाह पर राज्यों में राज्यपाल, जबकि केंद्रशासित प्रदेशों में उप राज्यपाल की नियुक्ति करते हैं। किसी राज्य में गवर्नर की स्थिति वही होती है जो केंद्र में प्रेसिडेंट की। यानी गवर्नर राज्य की कार्यपालिका के प्रमुख होते हैं। वे राज्य मंत्रिपरिषद की सलाह पर कार्य करते हैं। राज्यपाल राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के पदेन कुलाधिपति भी होते हैं।