कर्नाटक में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर, CM के रूप में सिद्धरमैया पहली पंसद
कर्नाटक में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी संग्राम का पारा चढ़ा हुआ है। राज्य में सभी राजनीतिक दल अपनी जीत के दावे कर रहे हैं लेकिन इस बार जीत का ताज किसके सिर रखा जाएगा, कौन बाजी मारेगा, इस पर पूरे देश की निगाहें लगी हुई हैं। राज्य के चुनाव को लेकर दो अोपिनियन पोल किए गए हैं।
JAIN-लोकनीति CSDS का सर्वे
भारतीय राजनीति की दिशा तय करने वाले इस चुनावी नतीजे से पहले जनता का मूड भांपने के लिए JAIN- लोकनीति CSDS ने ओपिनियन पोल किया है। CSDS के ओपिनियन पोल के मुताबिक, कर्नाटक में बीजेपी की बढ़त है लेकिन बहुमत से दूर है। कांग्रेस भी कांटे की टक्कर दे रही है लेकिन इसमें खास बात यह है कि जनता दल सेक्यूलर (जेडीएस) किंग मेकर की भूमिका में आ सकती है।
JAIN-लोकनीति CSDS की ओर से कराए गए एक अन्य ओपिनियन पोल में बीजेपी कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरती दिख रही है। उसके खाते में 89 से 95 सीटें आ सकती हैं, जबकि कांग्रेस के पक्ष में 85 से 91 सीटें आने की उम्मीद जताई गई है। वहीं, जेडीएस 32 से 38 सीटों पर कब्जा कर किंगमेकर की भूमिका में आती दिख रही है। हालांकि वोट शेयर के आधार पर कांग्रेस (37%) और बीजेपी (35%) में कांटे की टक्कर जारी रहेगी क्योंकि दोनों में महज 2% का अंतर है। जबकि जेडीएस के पास 20% वोट शेयर आ सकता है।
चुनाव में लिंगायत समाज का रुख किस तरफ?
इस ओपिनियन पोल के मुताबिक, कर्नाटक चुनाव में लिंगायत समाज बीजेपी के साथ है। सर्वे के मुताबिक 60 फीसदी लोग बीजेपी और 23 फीसदी लोग कांग्रेस के साथ हैं।
सीएम पद की पहली पसंद कौन?
इस ओपिनियन पोल के मुताबिक, कर्नाटक चुनाव में मुख्यमंत्री पद की पहली पसंद सिद्धरमैया हैं। सर्वे के मुताबिक, 30 फीसदी लोग सिद्धरमैया के साथ हैं। 25 फीसदी लोग येदियुरप्पा के साथ और 20 फीसदी लोग एचडी कुमारस्वामी के साथ हैं। इस पोल के मुताबिक, कर्नाटक में मुख्य़मंत्री पद की पहली पसंद वर्तमान मुख्यमंत्री सिद्धरमैया हैं।
JAIN- लोकनीति CSDS ने कर्नाटक का ओपिनियन पोल किया है। ये सर्वे 13-18 अप्रैल के बीच 56 विधानसभा सीटों के 224 बूथों पर जाकर 3,737 लोगों से बात करके किया गया है।
टाइम्स नाउ-VMR का सर्वे
टाइम्स नाउ-VMR की ओर से सोमवार को घोषित किए गए सर्वे के अनुसार, आज की तारीख में वहां किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिलता नहीं दिख रहा। सर्वे के अनुसार, दक्षिणी राज्य में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर रहेगी। सर्वे के अनुसार, 224 सदस्यों वाली विधानसभा में सत्तारूढ़ कांग्रेस को 91 सीटें जबकि बीजेपी को उससे 2 सीटें कम यानी 89 सीटें मिल सकती हैं। जबकि जेडीएस के खाते में 40 सीटें जाने की संभावना जताई गई है।
चुनाव से पहले तमाम तरह के सवालों के जवाब जानने के लिए किया गया ये सर्वे
कर्नाटक में अगले महीने होने वाले चुनाव से पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पूरी ताकत झोंक रखी है। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी मंदिर-मंदिर जाकर पूजा-अर्चना करने में लगे हैं। तो क्या कांग्रेस का लिंगायत कार्ड चलेगा। चुनाव से पहले इसी तरह के तमाम सवालों के जवाब जानने के लिए ये सर्वे किया गया है।
12 मई को होने हैं चुनाव
गौरतलब है कि कर्नाटक में 12 मई को चुनाव होने हैं। चुनाव एक ही चरण में होगा और 15 मई को मतगणना होगी। 224 सदस्यों वाली कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल मई में समाप्त हो रहा है। वर्तमान में कर्नाटक में कांग्रेस की सिद्धरमैया सरकार है। विधानसभा में कांग्रेस के 122 विधायक हैं, जबकि भाजपा मुख्य विपक्षी पार्टी है और उसके पास 40 विधायक हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव को काफी अहम माना जा रहा है।