जुबानी जंग के बाद प्रदूषण पर केजरीवाल, खट्टर की बात
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके हरियाणा के समकक्ष मनोहर लाल खट्टर की बुधवार को चंडीगढ़ में मुलाकात हुई। इस दौरान दिल्ली-एनसीआर में पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण के मुद्दे पर चर्चा हुई। दोनों ने इस दौरान उपकरणों और तकनीक के इस्तेमाल पर जोर दिया।
इस बैठक से पहले केजरीवाल, खट्टर और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बीच प्रदूषण के मसले पर तीखी जुबानी जंग देखने को मिली थी। मिली जानकारी के अनुसार बैठक में खट्टर ने केजरीवाल से इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करने की अपील करते हुए कहा कि लोगों को स्वच्छ हवा देना हम सब की जिम्मेदारी है। उन्होंने पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण को 40 फीसदी तक कैसे कम किया जा सकता है इस पर एक प्रेजेंटेशन भी दिया। केजरीवाल ने कहा कि पराली के प्रबंधन के लिए कई नई तकनीक और चीजें आ चुकी हैं। इसके प्रबंधन के लिए हरियाणा सरकार पहले ही केंद्र से 16 सौ करोड़ रुपये की मांग कर चुकी है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों राजधानी में स्मॉग के हालात पर चर्चा के लिए केजरीवाल ने खट्टर और अमरिंदर सिंह को पत्र लिखा था। हालांकि अमरिंदर सिंह ने केजरीवाल से मुलाकात करने से साफ इंकार कर दिया था। उनका कहना है कि मुख्यमंत्रियों की बैठक से कोई फायदा नहीं होगा, केंद्र ही इसका स्थायी समाधान निकाल सकता है।
शुरू में खट्टर ने भी मुलाकात से यह कहते हुए मना कर दिया था कि उनकी सरकार पहले ही प्रदूषण रोकने के लिए कदम उठा रही है। लेकिन, स्मॉग के मुद्दे पर केंद्र सरकार, पड़ोसी राज्यों और दिल्ली सरकार को एनजीटी की फटकार के बाद खट्टर ने केजरीवाल को पत्र लिखकर उनसे मिलने को तैयार होने की बात कही थी। केजरीवाल ने कहा था कि हरियाणा के सीएम ने उन्हें फोन किया और कहा कि वह मंगलवार तक दिल्ली में हैं, लेकिन बहुत व्यस्त होने के कारण दिल्ली में बैठक नहीं हो सकती। इसके बाद केजरीवाल ने बताया था कि बुधवार को बैठक के लिए वे चंडीगढ़ जाएंगे। खट्टर ने केजरीवाल को लिखे अपने जवाबी पत्र में न सिर्फ केजरीवाल पर प्रदूषण की समस्या का समाधान खोजने के बजाय इस पर राजनीति करने का आरोप लगाया बल्कि अपने पत्र को ट्वीट भी कर दिया था।