विपक्ष को मजबूत करने की कवायद में जुटीं खाप पंचायतें, चौटाला परिवार को एकजुट करने की भी कोशिश
पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के परिवार को एकजुट करने के साथ-साथ विपक्ष को मजबूत की कवायद में जुटी खाप पंचायतों एवं हरियाणा स्वाभिमान आंदोलन के संयोजक व किसान नेता रमेश दलाल के प्रयासों को अब सफलता मिलती नजर आ रही है। रमेश दलाल और खाप पंचायत प्रतिनिधियों की दो बार दुष्यंत चौटाला से हुई मुलाकात हुई। इस दौरान दुष्यंत द्वारा रखे गए ब्योरे से खाप प्रतिनिधि संतुष्ट नजर आए। इस मुद्दे पर शनिवार को रमेश दलाल और खाप पंचायत प्रतिनिधियों ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से उनके बादल स्थित फार्म हाउस पर मुलाकात की। इसके बाद खाप पंचायतें अपनी आगामी रणनीति का ऐलान कर सकती हैं।
चौटाला परिवार को एकजुट करने के उद्देश्य से किसान नेता रमेश दलाल और खाप पंचायत प्रतिनिधियों ने पहल की थी। उन्होंने 26 अगस्त को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के अलावा अजय व अभय चौटाला से मुलाकात की थी। इसके अतिरिक्त दलाल व खाप पंचायत प्रतिनिधि 3 सितम्बर को पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला से भी मिले थे। ओमप्रकाश चौटाला व अभय चौटाला द्वारा खाप पंचायत प्रतिनिधियों को कोई भी फैसला लेने के लिए अधिकृत किए जाने के बाद खाप पंचायतों को दुष्यंत चौटाला के जवाब का इंतजार था।
रमेश दलाल का कहना है कि वह लगातार सभी नेताओं से संपर्क में हैं और बातचीत सार्थक दिशा में आगे बढ़ रही है। इस दौरान कुछ अफवाहें भी चल रही हैं जिन पर विश्वास नहीं करना चाहिए। दलाल ने उम्मीद जताई कि जल्द ही ठोस परिणाम निकल कर सामने आएंगे, मगर इसमें कुछ समय अवश्य लग सकता है।
रमेश दलाल का कहना है कि इस तरह का भ्रामक प्रचार किया जा रहा है कि खाप पंचायतों द्वारा जाटों को एकजुट करने के प्रयास हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष को एकजुट व मजबूत करने की इस मुहिम में सभी 36 बिरादरियों के प्रतिनिधि हमारे साथ हैं और हमारा लक्ष्य केवल विपक्ष को मजबूत बनाना है। न तो हमें मुख्यमंत्री का चेहरा तय करना है और न ही हमारा कोई अपना हित है। हम प्रदेश हित में मजबूत विपक्ष चाहते हैं।
हरियाणा महिला कांग्रेस प्रमुख भाजपा में शामिल
इस बीच रोहतक से आई पीटीआई की खबर के मुताबिक, हरियाणा विधानसभा चुनाव के पहले वहां से कांग्रेस के लिए एक बुरी खबर है। प्रदेश कांग्रेस की महिला शाखा की प्रमुख सुमित्रा चौहान ने यानि शनिवार को पार्टी से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया है। उनका स्वागत भाजपा के प्रदेश प्रमुख सुभाष बराला ने किया। सुमित्रा चौहान ने कहा कि तीन तलाक कानून और कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी करने के केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ जाने का कांग्रेस का कदम उन्हें सही नहीं लगा। उन्होंने कहा, ‘इससे मेरा दिल टूट गया और बुरी तरह आहत हुई हूं।’ उन्होंने कहा कि इन मुद्दों पर कांग्रेस का स्टैंड आमजन की भावनाओं के खिलाफ है। कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता तक से इस्तीफा देने वाली चौहान ने कहा कि वे प्रदेश की मौजूदा सरकार और खासकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के काम से बहुत खुश हैं। इस मौके पर भाजपा के बराला ने कहा कि चौहान बिना किसी शर्त के पार्टी में आई हैं। गौरतलब है कि हरियाणा में अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने हैं और इससे पहले कांग्रेस में गुटबंदी रोकने के लिए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को कुमारी शैलजा को प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कांग्रेस विधायक दल का नेता बनाया था।