मोदी सरकार के मंत्रियों पर काम का बोझ, पीयूष गोयल के अलावा इनके पास हैं कई मंत्रालय
वित्त मंत्री अरुण जेटली की तबीयत एक बार फिर बिगड़ने से वित्त मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार रेल मंत्री पीयूष गोयल को दिया गया है। अब पीयूष गोयल ही 1 फरवरी को भारत सरकार की ओर से अंतरिम बजट पेश करेंगे। जेटली फिलहाल इलाज के लिए अमेरिका गए हुए हैं।
अब पीयूष गोयल के पास रेल मंत्रालय, कॉरपोरेट मामले, कोयला मंत्रालय के अतिरिक्त वित्त मंत्रालय का प्रभार होगा। इससे पहले वह इसी सरकार में खनन मंत्री और ऊर्जा मंत्री भी रह चुके हैं। मोदी सरकार के वह अकेले मंत्री हैं, जिनके पास सबसे अधिक मंत्रालय हैं। साथ ही पीयूष गोयल मोदी सरकार के पहले मंत्री नहीं हैं, जो एक से ज्यादा मंत्रालय संभाल रहे हैं। कई ऐसे लोग हैं, जिन पर अपने मंत्रालय के अलावा अतिरिक्त बोझ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
अक्सर कुछ मंत्रालय और विभाग ऐसे होते हैं, जो प्रधानमंत्री के पास ही होते हैं। इनके बारे में कम चर्चा होती है। ऐसे ही पीएम मोदी के पास सार्वजनिक शिकायत और पेंशन मंत्रालय है। उनके पास परमाणु ऊर्जा विभाग और स्पेस विभाग भी है।
रविशंकर प्रसाद
बिहार से राज्यसभा सांसद रविशंकर प्रसाद के पास कानून मंत्रालय के अलावा इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मंत्रालय का भी जिम्मा है।
नितिन गडकरी
नागपुर से सांसद नितिन गडकरी के पास पहले सड़क यातायात- हाईवे-शिपिंग और जल संसाधन मंत्रालय था। बाद में उन्हें उमा भारती की जगह नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय का प्रभार दे दिया गया।
नरेंद्र सिंह तोमर
नरेंद्र सिंह तोमर के पास पहले ग्रामीण विकास और पंचायत मंत्रालय था। बाद में उन्हें खनन मंत्रालय का प्रभार भी दिया गया। इसके अलावा अनंत कुमार के निधन के बाद उन्हें संसदीय कार्य मंत्रालय का प्रभार मिला।
सुरेश प्रभु
सुरेश प्रभु के पास उड्डयन मंत्रालय के अलावा वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय भी है। वह पहले रेल मंत्री भी रह चुके हैं लेकिन बढ़ती रेल दुर्घटनाओं के चलते उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
राज्यवर्धन राठौड़
जयपुर से भाजपा सांसद राज्यवर्धन राठौड़ के जिम्मे दो मंत्रालय हैं। वह युवा मामले और खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के अलावा सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भी हैं।