आतंकी और फोर्स एक दूसरे के परिवार को कर रहे प्रताड़ित: महबूबा मुफ्ती
जम्मू-कश्मीर में पिछले दो दिनों में आतंकियों द्वारा पुलिसकर्मियों के परिजनों को अगवा किए जाने से हर कोई हैरान है। अपहृत परिजनों को ढूंढने के लिए सुरक्षाबलों की ओर से बड़े पैमाने पर ऑपरेशन चलाया गया है। इस मामले पर राजनीतिक बयानबाजी भी जारी है। इस बीच जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के बयान ने विवाद खड़ा हो सकता है। मुफ्ती के बयान पर विवाद भड़कने की आशंका इसलिए है क्योंकि उन्होंने आतंकियों और सुरक्षाबलों को एक ही कतार में रख कर तुलना कर दी है।
मुफ्ती ने शुक्रवार को ट्वीट करते हुए लिखा कि आतंकी और सेना की तरफ से एक-दूसरे के परिवारवालों को नुकसान पहुंचाना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। इस तरह के मामले में किसी भी तरह से परिवारवालों को निशाना नहीं बनाना चाहिए।
Militants and forces victimising each other’s families is highly condemnable and marks a new low in our situation.Families shouldn’t become casualties and made to suffer for something they have little control over.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 31, 2018
बता दें कि दक्षिण कश्मीर में आतंकवादियों ने गुरुवार को सात पुलिसकर्मियों के परिवार वालों का अपहरण किया है। स्थानीय पुलिसकर्मियों के साथ प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से संबंध रखने वाले उनके परिजनों को आतंकियों ने अगवा कर लिया है।
घाटी में सुरक्षाबलों की कार्रवाई से बौखलाए आतंकी संगठनों ने पुलिसकर्मियों के परिवार को निशाना बनाते हुए बीते दो दिनों के अंदर कश्मीर घाटी के अलग-अलग जिलों से अब तक लोगों को अगवा कर लिया है। बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मियों के पारिवारिक सदस्यों का अपहरण होने के बाद अब सेना बड़े स्तर पर सर्च ऑपरेशन चलाकर इनकी तलाश में जुटी हुई है।