मोदी के अच्छे दिन, संपत्ति 35 लाख बढ़ी
पिछले वित्त वर्ष में उनके पास 4,700 रुपये थे इस वर्ष बढ़कर 89,700 रुपये हो गए हैं। उनकी संपत्ति में भी 32 लाख रुपये की वृद्धि हुई है। हालांकि उनके मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों के मुकाबले अभी भी उनके पास सबसे कम नकदी है। उनके मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों में सबसे अधिक संपत्ति वित्त मंत्री अरुण जेटली के पास है हालांकि कमाल की बात यह है कि मोदी के उलट जेटली की संपत्ति पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष करीब छह करोड़ रुपये कम हो गई है।
अगर प्रधानमंत्री की संपत्ति की बात करें तो पिछले वर्ष के मुकाबले उनके बैंक जमा और फिक्स डिपॉजिट में अच्छी खासी वृद्धि हुई है। गांधीनगर के स्टेट बैंक में जमा और फिक्स डिपाजिट इस वर्ष 53 लाख 36 हजार रुपये है जो पिछले वर्ष 31 लाख रुपये था। यानी इस मद में 22 लाख रुपये से अधिक की वृद्धि हुई है। इसके साथ ही इस वर्ष प्रधानमंत्री ने किताबों की रॉयल्टी से 12 लाख 35 हजार रुपये की आय दिखाई है। पिछले वर्ष उन्होंने यह आय नहीं दिखाई थी। इन दोनों को मिला दें तो प्रधानमंत्री की संपत्ति करीब करीब 35 लाख रुपये बढ़ जाती है। इसके अलावा, एलआईसी, राष्ट्रीय बचत पत्रों और एल एंड टी के बॉन्ड में उनका निवेश करीब 5.47 लाख रुपये है। गुजरात के उनके मकान की कीमत पिछले वर्ष की भांति करीब एक करोड़ रुपये बताई गई है।
जहां तक अन्य मंत्रियों की बात है, अरुण जेटली ने अपनी कुल संपत्ति इस वर्ष 60 करोड़ 99 लाख रुपये दिखाई है जो कि पिछले वर्ष घोषित संपत्ति से करीब छह करोड़ रुपये कम है। पिछले वर्ष उन्होंने 67 करोड़ एक लाख रुपये दिखाई थी। नकदी के मामले में जेटली अन्य मंत्रिमंडलीय सहयोगियों से बहुत आगे हैं। उनके पास करीब 65 लाख 29 हजार रुपये की नकदी है। यही नहीं पत्नी की संपत्ति को भी मिला दें तो उनके पास दिल्ली, गुड़गांव, अमृतसर और गांधीनगर में छह आवासीय मकान हैं। कई शहरों में उनके पास व्यावसायिक भूमि और संपत्ति हैं।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के पास दो लाख 84 हजार और वेंकैया नायडु के पास 1 लाख 52 हजार रुपये नकद हैं। सुषमा की संपत्ति पिछले वर्ष के 4.54 करोड़ से बढ़कर 5.21 करोड़ हो गई है। केंद्र के मंत्रियों ने सालाना आधार पर अपनी संपत्ति की घोषणा की है।