हाथरस पीड़िता के खिलाफ विवादास्पद बयान देने पर भाजपा नेता रंजीत श्रीवास्तव को महिला आयोग का नोटिस, मांगा जवाब
उत्तर प्रदेश हाथरस कथित गैंगरेप मामले में मृत पीड़िता को लेकर राज्य के बाराबंकी जिले के भारतीय जनता पार्टी नेता रंजीत श्रीवास्तव ने विविदास्पद बयान दिया है। मंगलवार को सोशल मीडिया के जरिए एक वीडियो में उन्होंने रेप के लिए पीड़िता को दोषी ठहराते नजर आएं। साथ श्रीवास्तव ने आरोपियों का बचाव किया। उनके इस बयान पर महिला आयोग ने संज्ञान लिया है।
आयोग की तरफ से बुधवार को जारी बयान में कहा गया है, महिला आयोग राजनीतिक नेता रंजीत श्रीवास्तव द्वार हाथरस मामले में की गई अपमानजनक और आपत्तिजनक टिप्पणी की कड़ी निंदा करता है। रंजीत श्रीवास्तव को स्पष्टीकरण देने के लिए 26 अक्टूबर को सुबह ग्यारह बजे एनसीडब्ल्यू के सामने पेश होने का निर्देश दिया जाता है। इसमें आयोग की चेयरमैन रेखा शर्मा का भी बयान है।
रेखा शर्मा ने मामले को संज्ञान में लेते हुए कहा है कि वो किसी भी पार्टी के नेता कहलाने के लायक नहीं हैं। इस बाबत आयोग की तरफ से उन्हें नोटिस जारी किया जा रहा है। ये पहली बार नहीं है जब इस मामले में किसी पार्टी के नेता ने विवादास्पद बयान दिया था। इससे पहले घटना के बाद बलिया से भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा था कि यदि लड़कियों को संस्कार उनके माता-पिता दें तभी दुष्कर्म के मामलों को रोका जा सकता है।
संस्कारी BJP के इस बेशर्म महामूर्ख नेता को सुनिए..ये बता रहा है कि बाजरे के खेत में रेप क्यों होता है..इसका नाम रंजीत श्रीवास्तव है बाराबंकी में चेयरमैन रहा है अभी इसकी पत्नी चेयरमैन है..इन जैसों से बेटियां बचाओ..#Hathras #HathrasHorrorShocksIndia pic.twitter.com/gurSo2EKgD
— Pragya Mishra (@PragyaLive) October 6, 2020
जारी वीडियो में नेता रंजीत श्रीवास्तव कहते नजर आ रहे हैं, ये प्रेम प्रसंग का मामला था। लड़की ने लड़के को खेत में बुलाया होगा। ये बाजरे और गन्ने के खेत में ही मृत क्यों पाए जाते हैं। क्योंकि, इनके मरने की जगह यही है। आगे श्रीवास्तव ने यह भी कहा कि चारो आरोपी निर्दोष है, उन्हें छोड़ दिया जाए। रंजीत श्रीवास्तव के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पार्टी और उनकी जमकर आलोचना हो रही है।