शिवसेना को समर्थन देने पर कांग्रेस में बैठकों का दौर, सोनिया पर नजरें
महाराष्ट्र का सियासी ड्रामा जारी है। हालांकि शिवसेना और एनसीपी साफ कर चुके हैं कि वह साथ मिलकर सरकार बनाने के लिए तैयार हैं, लेकिन समर्थन के लिए निगाहें अब कांग्रेस पर टिकी हैं। अब शाम होने वाली कांग्रेस की बैठक में इस पर फैसला ले लिए जाने की संभावना है।
वहीं, एनसीपी ने कोर कमेटी की बैठक के बाद कहा कि हमारे विधायक सरकार बनाने के पक्ष में हैं, लेकिन कांग्रेस के बगैर कोई फैसला नहीं लेंगे। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी कहा कि कांग्रेस से बातचीत के बाद ही इस पर फैसला लेंगे। राज्यपाल ने शिवसेना को संख्या बल बताने के लिए शाम 7:30 बजे तक का वक्त दिया है। ऐसे में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे खुद सत्ता का समीकरण बनाने में पूरा जोर लगा रहे हैं।
शिवसेना के मंत्री ने किया इस्तीफे का ऐलान
भाजपा ने रविवार को सरकार बनाने से इनकार कर दिया था। इसके बाद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की ओर से शिवसेना को सरकार बनाने के लिए न्योता मिला। राकांपा और कांग्रेस ने शिवसेना को समर्थन देने के लिए उसके एनडीए से अलग होने की शर्त रखी है। इसके बाद मोदी सरकार में शिवसेना के इकलौते केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत ने सोमवार सुबह ट्वीट कर इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया।
'उद्धव के आदेश पर अरविंद सावंत इस्तीफा दे रहे हैं'
अरविंद सावंत के इस्तीफे पर संजय राउत ने कहा, 'भाजपा ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद बांटने के लिए तैयार नहीं है। वे किसी भी हालत में शिवसेना को मुख्यमंत्री पद नहीं देंगे। चाहे उन्हें विपक्ष में ही क्यों न बैठना पड़े। इस व्यवहार को जनता के साथ धोखा कहा जाएगा या नहीं। भाजपा मानने के लिए ही तैयार नहीं तो कौन सा रिश्ता रहता है हमारा। हमसे पूछा तक नहीं गया। यह रिश्ता औपचारिकता रह गया। हमारे केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत उद्धव ठाकरे के आदेश पर केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफ देने का फैसला लिया है।' राउत ने कहा कि बेहतर होता कि राज्यपाल संख्याबल बताने के लिए हमें और वक्त देते। शिवसेना को भाजपा से कम समय दिया गया है। यह महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू करने की भाजपा की रणनीति है।
आज क्या-क्या हुआ
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने मुंबई में पार्टी की कोर कमेटी की बैठक ली। इसमें प्रफुल पटेल, सुप्रिया सुले, अजीत पवार, जयंत पाटिल और अन्य नेता मौजूद रहे। पवार ने कहा- जो भी फैसला होगा, राकांपा और कांग्रेस मिलकर लेंगे। अभी शाम तक का समय है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने महाराष्ट्र के राजनीतिक हालात पर चर्चा के लिए दिल्ली स्थित अपने आवास पर कार्यसमिति की बैठक बुलाई। इसमें अहमद पटेल, केसी वेणुगोपाल और मल्लिकार्जुन खड़गे समेत अन्य नेता शामिल हुए। इससे पहले खड़गे ने जयपुर में ठहरे महाराष्ट्र के विधायकों के साथ बैठक की।
भाजपा ने विधायक दल के नेता देवेंद्र फडणवीस के आवास पर कोर कमेटी की बैठक बुलाई। शिवसेना के बड़े नेताओं की रविवार देर रात तक मातोश्री में बैठक हुई।