नैतिकता के बिना राजनीति पाखंड लेकिन कई लोग मानते हैं इसे सत्ता का स्त्रोत: नवीन पटनायक
बीजद अध्यक्ष और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने रविवार को कहा कि नैतिकता के बिना राजनीति पाखंड है। उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि राजनीति "सत्ता का स्रोत है और लोगों के लिए अच्छा करने का माध्यम भी है"।
ओडिशा के पूर्व मंत्री हरिश्चंद्र बक्सीपात्रा की 91वीं जयंती के अवसर पर आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए पटनायक ने कहा कि राजनीति "आदर्श के लिए काम करने और लोगों की बिना शर्त सेवा करने की प्रतिबद्धता" है।
पटनायक ने कहा, "लेकिन नैतिकता के बिना राजनीति पाखंड है। उच्च नैतिकता वाला एक समर्पित और प्रतिबद्ध राजनेता ही लोगों के जीवन में परिवर्तनकारी बदलाव ला सकता है। उन्होंने कहा कि कई लोग राजनीति को सत्ता का एक जरिया मानते हैं।
पटनायक ने कहा, "लेकिन मेरा मानना है कि लोगों का प्यार सत्ता, पद और हैसियत की दुनिया से ज्यादा महत्वपूर्ण है। वास्तव में, लोगों की संतुष्टि एक नेता की सबसे बड़ी संपत्ति है।" समारोह को जाने-माने राजनीतिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव ने भी संबोधित किया, जिन्होंने "आधुनिक भारतीय राजनीतिक विचार की अचानक मृत्यु" पर बात की। पटनायक ने श्रोताओं के साथ अपने बहुमूल्य विचार साझा करने के लिए यादव को धन्यवाद दिया।
बीजद अध्यक्ष ने कहा कि स्वर्गीय हरिश्चंद्र बक्सीपात्रा ने ओडिशा और भारत के राजनीतिक इतिहास में एक विशेष स्थान प्राप्त किया है। वे दिग्गज बीजू पटनायक के करीबी सहयोगी थे और उनके मंत्रिमंडल में भी महत्वपूर्ण विभागों के साथ काम किया। पटनायक ने कहा, "उनका (बक्सीपात्रा) जीवन और कार्य समाजवादी सिद्धांतों में उनके दृढ़ विश्वास का प्रतिबिंब था। वे गरीबों और वंचितों के सच्चे मित्र थे। आजकल राजनीति में ऐसे आदर्शवादी नेताओं की कमी महसूस की जा रही है।"