नीतीश के हमले पर प्रशांत किशोर का पलटवार, निम्न स्तर का झूठ बोल अपने रंग में रंगने की कोशिश न करें
बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल-युनाइटेड (जद-यू) पार्टी के प्रमुख नीतीश कुमार के ‘शामिल करने’ वाले बयान जवाब देते हुए पार्टी उपाध्यक्ष और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मंगलवार को कहा है कि वो बिहार आकर मुख्यमंत्री की बात का जवाब देंगे। पार्टी उपाध्यक्ष ने कहा, “नीतीश जी ने बोला है तो सभी को मेरे जवाब का इंतजार करना चाहिए। मैं उनका जवाब देने के लिए बिहार आऊंगा।” इसके बाद उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "मुझे पार्टी में क्यों और कैसे लाए, इस पर बेहद निम्न स्तर का झूठ बोल रहे हैं। यह आपकी बेहद खराब कोशिश है, मुझे अपने रंग में रंगने की। अगर आप सच बोल रहे हैं तो कौन यह भरोसा करेगा कि अभी भी आपमें हिम्मत है कि अमित शाह द्वारा भेजे गए आदमी की आप बात न सुनें?"
‘अमित शाह के कहने पर किया था शामिल’
इससे पहले आज (मंगलवार) को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था, “किसी ने एक पत्र लिखा था, जिसका मैंने जवाब दिया था। कोई व्यक्ति ट्वीट कर रहा है, उसे ट्वीट करने दें। मुझे इससे क्या लेना देना है? एक व्यक्ति पार्टी (जेडी-यू) में तब तक रह सकता है जब तक वह चाहे। वह जा सकता है।” आगे उन्होंने कहा था, “क्या आप जानते हैं कि प्रशांत किशोर पार्टी में कैसे शामिल हुए? अमित शाह ने मुझे उन्हें शामिल करने के लिए कहा था।”
पार्टी उपाध्यक्ष ने सीएए को लेकर उठाए थे सवाल
पिछले महीने उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने कहा था कि यह केवल बिहार के मुख्यमंत्री हैं जो बता सकते हैं कि किस परिस्थिति में पार्टी ने लोकसभा और राज्यसभा में नागरिक (संशोधन) विधेयक का समर्थन किया। वहीं, 23 जनवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के साथ पार्टी के गठबंधन को लेकर पार्टी महासचिव पवन कुमार वर्मा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सार्वजनिक स्पष्टीकरण की मांग की थी। इस पर उन्होंने कहा था कि किसी के पास कोई मुद्दा है तो पार्टी के भीतर चर्चा कर सकता है लेकिन सार्वजनिक बयान हैरान करने वाला है। चेतावनी देते हुए यह भी कहा था कि अगर वे (पवन कुमार वर्मा) किसी अन्य पार्टी में जाना चाहते हैं तो मेरी शुभकामनाएं उनके साथ हैं।