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04 August 2020

युग-युगांतर से भगवान राम का चरित्र मानवता को जोड़ने का सूत्र रहा है : प्रियंका गांधी वाड्रा

5 अगस्त, 2020 वो ऐतिहासिक दिन और तारीख है, जिस दिन भगवान श्रीराम के मंदिर का भूमि-पूजन किया जाएगा। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ये भूमि-पूजन किया जाएगा। इस भूमि पूजन से पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर अपना बयान जारी किया है। उन्होंने कहा, भूमि पूजन का कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का अवसर बने।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा है कि 5 अगस्त, 2020 को रामलला के मंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम उनके संदेश को प्रसारित करने वाला राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का कार्यक्रम बने।

प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि दुनिया और भारतीय उपमहाद्वीप की संस्कृति में रामायण की गहरी और अमिट छाप है। भगवान राम, माता सीता और रामायण की गाथा हजारों वर्षों से हमारी सांस्कृतिक और धार्मिक स्मृतियों में प्रकाशपुंज की तरह आलोकित है। 

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उन्होंने कहा है कि भारतीय मनीषा रामायण के प्रसंगों से धर्म, नीति, कर्तव्यपरायणता, त्याग, उदात्तता, प्रेम और सेवा की प्रेरणा पाती रही है। उत्तर से दक्षिण, पूरब से पश्चिम तक रामकथा अनेक रूपों में स्वयं को अभिव्यक्त करती चली आ रही है। श्रीहरि के अनगिनत रूपों की तरह ही रामकथा हरिकथा अनंता है।

राष्ट्रीय महासचिव ने कहा है कि युग-युगांतर से भगवान राम का चरित्र भारतीय भूभाग में मानवता को जोड़ने का सूत्र रहा है। भगवान राम आश्रय हैं और त्याग भी। राम सबरी के भी हैं, सुग्रीव के भी। राम वाल्मीकि के हैं और भास के भी। राम कंबन के हैं और एषुत्तच्छन के भी। राम कबीर के हैं, तुलसीदास के हैं, रैदास के हैं। सबके दाता राम हैं। "गांधी के रघुपति राघव राजा राम सबको सम्मति देने वाले हैं। वारिस अली शाह कहते हैं जो रब है वही राम है।"

उन्होंने कहा है कि राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त राम को ‘निर्बल का बल’ कहते हैं। तो महाप्राण निराला ‘वह एक और मन रहा राम का जो न थका’ की कालजयी पंक्तियों से भगवान राम को ‘शक्ति की मौलिक कल्पना’ कहते हैं। राम साहस हैं, राम संगम हैं, राम संयम हैं, राम सहयोगी हैं। "राम सबके हैं। भगवान राम सबका कल्याण चाहते हैं।" इसीलिए वे मर्यादा पुरुषोत्तम हैं।

प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि आगामी 5 अगस्त, 2020 को रामलला के मंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम रखा गया है। "भगवान राम की कृपा से यह कार्यक्रम उनके संदेश को प्रसारित करने वाला राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का कार्यक्रम बने।" उन्होंने जय सियाराम के साथ अपनी बात खत्म की।

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TAGS: प्रियंका गांधी, राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व, अवसर, राम मंदिर, भूमि पूजन, Priyanka Gandhi, groundbreaking ceremony, Ram temple, marker, national unity
OUTLOOK 04 August, 2020
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