इस्तीफे की चर्चाओं के बीच शरद पवार और कुमारस्वामी से मिले राहुल गांधी
17वीं लोकसभा चुनाव के बाद आज यानी गुरुवार को केंद्र में मोदी सरकार का शपथ ग्रहण है। वहीं, दूसरी ओर नतीजे आने के बाद से ही कांग्रेस में लगातार आत्ममंथन जारी है। जहां पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी अपने पद से इस्तीफा देने के फैसले पर अड़े हुए हैं। वहीं, पार्टी के तमाम बड़े नेता उन्हें मनाने में लगे हुए हैं। पिछले दिनों उन्होंने पार्टी के कई नेताओं से मिलने से भी मना कर दिया था। इस तनाव भरे माहौल के बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की एनसीपी प्रमुख शरद पवार के साथ मुलाकात की तस्वीरें सामने आई हैं। राहुल गुरुवार की शाम पवार से मिलने उनके आवास पहुंचे। इससे पहले उन्होंने जेडीएस नेता और कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी से भी मुलाकात की। शरद पवार से मुलाकात से पहले कांग्रेस और एनसीपी के विलय की खबरें आई थीं। हालांकि, ये साफ नहीं है कि मुलाकात विलय को लेकर है या फिर औपचारिक रूप से।
CWC की मीटिंग के बाद पहली बार नेताओं से मिले राहुल
कांग्रेस कार्य समिति की बैठक के बाद राहुल गांधी ने गुरुवार को पहली बार नेताओं से मुलाकात की। सियासी गलियारे में इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। यह इसलिए भी कि कांग्रेस में तनाव भरे माहौल के बीच राहुल गुरुवार को सक्रिय दिखे। इससे पहले वह कांग्रेस के कई नेताओं से मिलने से मना कर चुके थे।
मोदी के शपथ समारोह में शामिल होंगे राहुल-सोनिया
तय कार्यक्रम के अनुसार राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शपथग्रहण समारोह में हिस्सा लेने जाएंगे। राहुल गांधी के साथ यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी भी इस समारोह में शामिल होंगी।
कुमारस्वामी ने राहुल गांधी से की मुलाकात
शरद पवार से पहले कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी ने भी आज दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। बता दें कि कर्नाटक में इस समय कांग्रेस और जनता दल सेकुलर (जेडीएस) की गठबंधन वाली सरकार चल रही है। लोकसभा चुनावों में कांग्रेस और जेडीएस को सिर्फ 1-1 सीट मिल पाई थी। कर्नाटक में कुल 28 लोकसभा सीट है।
मुलाकात से पहले क्या बोले थे कुमारस्वामी
मुलाकात से पहले कुमारस्वामी ने कहा था कि वो मुलाकात कर राहुल गांधी को इस बात के लिए समझाएंगे कि इस वक्त उनका कांग्रेस पद से इस्तीफा देना बिल्कुल सही नहीं है। उन्हें इस्तीफे के लिए बिल्कुल भी नहीं सोचना चाहिए। कुमारस्वामी ने कहा है कि राहुल गांधी के नेतृत्व को कांग्रेस को अभी जरूरत है।
चुनाव में हार के राहुल ने की इस्तीफे की पेशकश
लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस को मिली हार के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में इस्तीफे की पेशकेश की थी। जिसके बाद कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने राहुल गांधी का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया। हालांकि राहुल गांधी इस्तीफा देने के फैसले पर अड़े हुए हैं।
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मात्र 52 सीटें
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 542 में से महज 52 सीटें ही मिली है। जबकि यूपीए को 96 सीटें मिली हैं। कांग्रेस को विपक्ष में बैठने के लिए अब भी 3 सीटों की आवश्यकता है। जानकारी के मुताबिक विपक्ष के सबसे बड़े नेता के पद के लिए आपके पास लोकसभा में 10% सीटें यानी कम से कम 55 सीटें होना जरूरी हैं।