राजस्थान: अमित शाह के 'रथ' के बिजली केबल से छूने का मामला, गहलोत सरकार ने दिए जांच के आदेश
राजस्थान सरकार ने मंगलवार की उस घटना की जांच के आदेश दिए हैं, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का 'रथ' नागौर में बिजली के तार के संपर्क में आ गया था और उस समय गृह मंत्री बाल-बाल बच गए।
यह घटना तब हुई जब शाह का काफिला एक चुनावी रैली को संबोधित करने के लिए बिदियाद गांव से परबतसर जा रहा था। बता दें कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों का प्रचार प्रसार जारी है। इसी क्रम में अमित शाह राजस्थान पहुंचे थे।
परबतसर में दोनों तरफ दुकानों और घरों वाली एक गली से गुजरते समय, उनके 'रथ' (विशेष रूप से डिजाइन किए गए वाहन) का ऊपरी हिस्सा बिजली की लाइन को छू गया, जिससे चिंगारी निकली और तार टूट गया।
गनीमत रही कि कोई अप्रिय घटना नहीं हुई और मंत्री सहित सभी सुरक्षित थे और शाह को दूसरे वाहन में स्थानांतरित कर दिया गया। आधिकारिक सूत्रों ने कहा, "गृह विभाग ने अजमेर संभागीय आयुक्त द्वारा की जाने वाली जांच शुरू की है।"
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कल रात कहा था कि मामले की जांच कराई जायेगी। शाह ने 25 नवंबर को होने वाले चुनाव के लिए पार्टी उम्मीदवारों के समर्थन में कल कुचामन, मकराना और नागौर में तीन रैलियों को संबोधित किया।
इससे पहले, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस राज्य के लोगों के लिए उनके द्वारा घोषित सात चुनाव पूर्व वादों पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी इस बार चुनाव के लिए कोई एजेंडा तय नहीं कर पाई और विपक्षी दल अंदरूनी कलह से जूझ रहा है।
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, गहलोत ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधा था, जिन्होंने मंगलवार को नागौर में तीन चुनावी रैलियां कीं और कहा कि उन्हें राज्य के मुद्दों की जानकारी नहीं है।