अमित शाह के बयान पर शिवसेना का पलटवार, कहा- भाजपा ईवीएम से करेगी गठबंधन
आगामी लोकसभा चुनाव से पहले शिवसेना और भाजपा के बीच जुबानी जंग जारी है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बयान पर पलटवार करते हुए शिवसेना ने कहा कि चुनाव पूर्व गठबंधन पर बीजेपी प्रमुख के बयान से साफ है कि उन्हें हिंदुत्व में विश्वास रखने वाले लोगों के साथ काम करने में ज्यादा रुचि नहीं है। बीजेपी को ईवीएम पर ज्यादा भरोसा है, इसलिए शिवसेना अकेले चुनाव लड़ने को तैयार है।
दरअसल, अमित शाह ने रविवार को महाराष्ट्र के लातूर में शिवसेना का सीधे तौर पर नाम न लेते हुए चेतावनी दी थी कि अगर गठबंधन होता है तो पार्टी अपने सहयोगी दलों की जीत सुनिश्चित करेगी और अगर ऐसा नहीं होता है तो पार्टी आगामी लोकसभा चुनावों में अपने पूर्व सहयोगियों को करारी शिकस्त देगी।
शिवसेना का पलटवार
एनडीए की सबसे पुराने सहयोगी शिवसेना ने सोमवार को साफ कर दिया है कि बीजेपी का रुख अच्छा नहीं है। शिवसेना ने शाह के इस तरह के बयान पर पलटवार करने में देरी नहीं की। उन्होंने कहा कि अमित शाह के इस उकसाने वाले बयान ने उनकी और पार्टी की सोच सामने ला दी है। शिवसेना प्रमुख ने इस देश के लोगों की भावनाओं को 'पहले मंदिर फिर सरकार' कहकर व्यक्त किया था, लेकिन उस बयान ने बीजेपी को जमीन से दूर कर दिया था और अब उनकी जुबान फिसल रही है। ऐसा लगता है कि बीजेपी हिंदुत्व में विश्वास रखने वाले लोगों को नहीं चाहती है।
ईवीएम से करने जा रहे हैं गठबंधन
शिवसेना ने कहा कि पांच राज्यों के परिणाम से साफ है कि देश के लोग उनको उनकी जगह दिखाना शुरू कर दिए हैं। कम से कम 40 सीटों पर जीते के दावे ने साफ कर दिया है कि वह ईवीएम से गठबंधन करने जा रहे हैं। महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ गठबंधन को लेकर शिवसेना अनिश्चित रही है।
फडणवीस के बयान पर भी शिवसेना ने किया पलटवार
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को राज्य की 48 लोकसभा सीटों में से 40 पर जीत हासिल करने का लक्ष्य दिया है। उनके इस बयान पर भी शिवसेना ने पलटवार किया।
क्या बोले थे अमित शाह
अमित शाह ने कहा, ‘कार्यकर्ताओं को (शिवसेना के साथ) गठबंधन की संभावनाओं को लेकर उपजे भ्रम से छुटकारा पाना चाहिए। अगर सहयोगी हमारे साथ आते हैं, तो हम उनकी जीत सुनिश्चित करेंगे या फिर उन्हें भी हरा देंगे (पटक देंगे)। पार्टी के कार्यकर्ताओं को हर बूथ पर अभी से तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।’ उन्होंने आगामी लोकसभा चुनावों की तुलना पानीपत की तीसरी लड़ाई से की, जिसमें मराठा सेना को अफगान शासक अहमद शाह दुर्रानी (अब्दाली) की सेना से हार मिली थी’।
जीत इतनी बड़ी हो कि विरोधियों को आ जाए हार्टअटैक
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को इतनी बड़ी जीत मिलनी चाहिए, जिसे देखकर विरोधियों को हार्ट अटैक आना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी के 11 करोड़ सदस्य हैं और यही पार्टी की सबसे बड़ी ताकत है। हर बूथ को जीतना होगा और इसी के दम पर हम सभी को चित कर देंगे’।