शिवसेना का आरोप- नोटबंदी के बाद पिछले 4 महीनों में 15 से 16 लाख लोगों ने गंवाया रोजगार
दरअसल, सहयोगी पार्टी भाजपा पर निशाना साधते हुए शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पिछले डेढ़ महीने से जारी डोकलाम विवाद को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है। ठाकरे ने कहा कि चुनाव तो झूठे वादों के दम पर जीते जा सकते हैं, लेकिन जंग खुद की प्रशंसा करके नहीं जीती जा सकती।
ठाकरे ने शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ को दिए इंटरव्यू में कहा कि पाकिस्तान और चीन की ओर से मिलने वाली धमकियों में बढ़ोतरी हुई है और हमारे पास उनसे लड़ने के लिए पर्याप्त गोला-बारूद नहीं है। इंटरव्यू के माध्यम से उद्धव ने भाजपा से सवाल पूछते हुए कहा कि तीन साल में इस ताकतवर सरकार ने क्या किया?
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की ओर से चीन को यह बताने पर कि अब वह 1962 वाला भारत नहीं है, पर हमला बोलते हुए ठाकरे ने कहा कि जब हम चीन को बताते हैं कि आज का भारत, 1962 के भारत से अलग है, तो हमें अपना मुंह खोलने से पहले अपने पास मौजूद गोला-बारूद को याद रखना चाहिए। शिवसेना ने कहा कि कोई भी झूठे वादों और आत्म-प्रशंसा पर चुनाव जीत सकता है लेकिन युद्ध नहीं।
उन्होंने कहा कि सरकार लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के अपने वादे में असमर्थ साबित हुई है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद पिछले 4 महीनों में 15 से 16 लाख लोगों ने अपनी नौकरी गंवाई और भविष्य में स्थितियां और खराब होने वाली हैं।
शिवसेना प्रमुख ने महाराष्ट्र निकाय चुनाव में भाजपा की जीत पर कहा कि यह सिर्फ महाराष्ट्र में हुआ है और गोवा तथा पंजाब जैसे राज्यों में पार्टी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई है। उन्होंने कहा कि गोवा में कांग्रेस की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने प्रचार नहीं किया था जबकि पीएम मोदी ने पार्टी के लिए प्रचार किया था। कांग्रेस ने चुनाव में कोई भी बड़ा चेहरा नहीं उतारा था लेकिन भाजपा से ज्यादा सीटें जीतने में कामयाब रही। वहीं, पंजाब में भाजपा आगे नहीं बढ़ पाई।