जब उपराष्ट्रपति को पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा, 'सितारों के आगे जहां और भी हैं...'
उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू की पुस्तक ‘मूविंग आन मूविंग फारवर्ड, ए इयर इन ऑफिस’ का विमोचन रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी उपस्थित रहे।
पुस्तक के विमोचन समारोह के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह शायराने अंदाज में दिखाई दिए। अपने संबोधन के दौरान पूर्व पीएम ने कहा, 'सितारों के आगे जहां और भी हैं, अभी इश्क के इम्तेहां और भी हैं।'
उपराष्ट्रपति एम. वैंकेया नायडू ने अपने पहले साल के कार्यकाल के अनुभवों को पुस्तक के रूप में संकलित किया है।
इस दौरान पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि वेंकैया नायडू उपराष्ट्रपति कार्यकाल में अपने राजनीतिक और प्रशासनिक अनुभव को शामिल करते हैं, और यह उनके एक साल के कार्यकाल में काफी हद तक परिलक्षित होता है। मगर सबसे अच्छा अभी भी आने वाला है। किसी कवि ने कहा है कि 'सितारों के आगे जहां और भी हैं, अभी इश्क के इम्तेहां और भी हैं।'
पीएम मोदी ने विपक्ष पर कसा तंज
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू की किताब के विमोचन के अवसर पर रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इशारों ही इशारों में विपक्ष और खासतौर से कांग्रेस पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि सदन जब ठीक से चलता है तो चेयर पर कौन बैठा है, उसमें क्या क्षमता है, क्या विशेषता है, उस पर ज्यादा लोगों का ध्यान नहीं जाता है। सदस्यों के विचार ही आगे रहते हैं, लेकिन जब सदन नहीं चलता है तो चेयर पर जो व्यक्ति होता है उसी पर ध्यान रहता है। वह कैसे अनुशासन ला रहे हैं, कैसे सबको रोक रहे हैं इसलिए गत वर्ष देश को वेंकैया नायडू को निकट से देखने का सौभाग्य मिला।
सदन न चलने देने के लिए कांग्रेस समेत समूचे विपक्ष पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि अगर सदन ठीक से चला होता तो यह सौभाग्य न मिलता।
प्रधानमंत्री ने बताया, “जब वेंकैया नायडू पहली बार मंत्री बने तो अटल बिहारी वाजपेयी चाहते थे कि इन्हें बड़ा मंत्रालय दिया जाए। मैं उस समय महासचिव था तो इन्होंने कहा- मैं बड़ा नहीं ग्रामीण विकास मंत्रालय चाहता हूं। वेंकैया ने खुद अटल बिहारी से जाकर यह बात कही।” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना को लेकर श्रेय वेंकैया नायडू को जाता है।