अखिलेश से CBI पूछताछ पर भड़की सपा-बसपा, मोदी सरकार पर लगाया सीबीआई के दुरुपयोग का आरोप
पिछले दिनों उत्तर प्रदेश में अवैध खनन घोटाले में सीबीआई द्वारा की गई छापेमारी को लेकर अब राजनीति तेज हो गई है। सोमवार को इस कारण राज्यसभा की कार्यवाही भी बाधित रही। समाजवादी पार्टी ने छापेमारी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि भाजपा अपने फायदे के लिए सीबीआई का इस्तेमाल कर रही है।
संसद भवन के बाहर एक प्रेस कान्फ्रेंस को संयुक्त रूप से संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी (एसपी) के नेता रामगोपाल यादव और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने सरकार पर जमकर हमला बोला। सपा का आरोप है कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले दबाव की राजनीति करने के लिए केंद्र सरकार सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव को खनन मामले में सीबीआई का डर दिखाया जा रहा है।
‘प्रधानमंत्री को वाराणसी छोड़ किसी और जगह से चुनाव लड़ना पड़ेगा'
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, सपा नेता राम गोपाल यादव ने भाजपा को निशाने पर लेते हुए कहा कि उसका पासा उलटा पड़ेगा। उन्होंने कहा, 'अगर उत्तर प्रदेश का एक मंत्री दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करता है और अखिलेश यादव के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग करता है, तो आप उससे क्या निष्कर्ष निकालेंगे? यह उन्हें ही (भाजपा) भारी पड़ेगा और भाजपा उत्तर प्रदेश में पांव भी नहीं रख पाएगी। प्रधानमंत्री को वाराणसी को छोड़ना पड़ेगा और किसी और जगह से चुनाव लड़ना पड़ेगा।'
‘केंद्र सरकार के इशारे पर चुनाव से पहले सीबीआईका दुरुपयोग’
राम गोपाल यादव ने संसद परिसर में कहा कि अभी सपा-बसपा का गठबंधन नहीं हुआ है, उससे पहले ही सरकार ने सीबीआई के तोते के साथ गठबंधन कर लिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के इशारे पर चुनाव से पहले सीबीआई का दुरुपयोग किया जा रहा है। साथ ही, राम गोपाल ने चेतावनी देते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी और उनके सहयोगी अगर सड़क पर आएंगे तो भाजपा का सड़क पर चलना मुश्किल हो जाएगा।
बसपा ने भी केंद्र की मोदी सरकार को घेरा
वहीं, बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने भी भाजपा का घेराव करते हुए कहा कि मुद्दों से भटकाने के लिए सीबीआइ का दुरुपयोग किया जा रहा है। भाजपा की हताशा का आलम यह है कि ये लोग भगवान के नाम पर लोगों को बांट रहे हैं। उन्होंने कहा कि हनुमान तक की जाति बताई जा रही है, राम का नाम लेने वाले हनुमान से भी नहीं डर रहे हैं। मिश्रा ने कहा कि आज इन लोगों ने सीबीआइ जैसी संस्था को धराशायी कर दिया है।
राज्यसभा में सपा, कांग्रेस, माकपा और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के विभिन्न मुद्दों पर हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही शुरू होने के करीब 15 मिनट बाद ही दोपहर दो बजे तक के लिये स्थगित कर दी गयी।
जानें क्या है मामला
उत्तर प्रदेश की पूर्ववर्ती सपा सरकार के शासनकाल में वर्ष 2012 से 2016 के बीच राज्य में हुए कथित खनन घोटाला मामले में सीबीआई ने शनिवार को लखनऊ में आईएएस अफसर बी. चंद्रकला के घर पर छापा मारा था। सीबीआई ने बुंदेलखण्ड में अवैध खनन के मामले में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश पर चंद्रकला समेत 11 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया था। वर्ष 2012-13 में खनन विभाग तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पास था। लिहाजा माना जा रहा है कि सीबीआई इस मामले में उनसे भी पूछताछ कर सकती है।