'सृजन' घोटाला: तेजस्वी बोले- नीतीश-मोदी के इस्तीफे के बगैर संभव नहीं है निष्पक्ष जांच
पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने सदन के शुरु होते ही सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील से इस्तीफा देने की मांग की। इसके बाद राजद के सदस्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इस बीच कांग्रेस के सदस्यों ने भी सीट पर खड़े होकर नारेजबाजी की। विपक्ष के हंगामे को देखते हुए विधान परिषद की कार्रवाई 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी।
वहीं, विधानसभा में पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सृजन घोटाले में हो रही मौत का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि सदन में विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है। सरकार के इशारे पर प्रस्ताव को रोका गया। उन्होंने एक बार फिर सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार सृजन मामले में निष्पक्ष जांच नहीं चाहती है। सृजन में एक नहीं बल्कि कई मौतें हुई है।
तेजस्वी ने कहा कि जब तक नीतीश कुमार और सुशील मोदी इस्तीफा नहीं दे देते, तब तक विपक्षी सृजन महाघोटाले के मुद्दे को उठाना बंद नहीं करेगा।
The opposition will not stop raising the issue of #SrijanScam till Nitish Kumar and Sushil Modi resigns: Tejashwi Yadav pic.twitter.com/HnWApA6lYq
— ANI (@ANI) August 25, 2017
तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री सृजन घोटाले से इतना डर गए है कि 4 दिन से विधानसभा ही नही आए। जनता लालटेन लेकर बिहार मे नैतिकता ढूंढ रही है। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि सृजन घोटाले में फंसे CM अपने उपसभापति से विधानपरिषद में राजद के विधानपार्षदों को मार्शलों से बाहर करवा रहे है।
तेजस्वी ने कहा कि भागलपुर के अलावा और कहां से पैसा निकाला गया है। सरकार इसकी जानकारी नहीं दे रही है। तेजस्वी ने सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में पूरे मामले की जांच कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि नीतीश और सुशील मोदी के इस्तीफे के बगैर निष्पक्ष जांच संभव नहीं है।
इस दौरान तेजस्वी पर पलटवार करते हुए डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा, चोर मचाये शोर। उन्होंने कहा कि राबड़ी देवी के समय ही सृजन घोटाला शुरु हुआ था। सृजन को 24 डिसमिल जमीन कैसे दिया गया। सृजन के खाते में सरकारी धन को जमा करने का आदेश किसने दिया। सुशील मोदी ने कहा कि मेरे बारे में कोई कागज हो तो राजद सीबीआई को दे।
वही, इस मामले को लेकर कांग्रेस के नेता विजय शंकर दुबे ने कहा कि सरकार विपक्ष की आवाज को दबा रही है। सृजन का कार्यस्थगन प्रस्ताव नहीं आने दिया गया। राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि सृजन मामले में कार्यस्थगन का प्रस्तान नहीं आने देना लोकतंत्र की हत्या है।